हेलो दोस्तों आज के इस लेख में, मैं आपलोगों को विजयनगर साम्राज्य के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ क्योंकि विजयनगर साम्राज्य से संबंधित प्रश्न कई सारे परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।
अतः मैंने कोशिश किया है कि इस साम्राज्य से जुड़े सभी महत्त्वपूर्ण तथ्य आपको बता सकें। यहाँ पर मैंने विजयनगर साम्राज्य से जुड़े सिर्फ महत्त्वपूर्ण बातों को ही बताया है। जो निम्नलिखित हैं.... Vijayanagar Empire History In Hindi...
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1. विजयनगर साम्राज्य, जिसे कर्णट साम्राज्य और पुर्तगालियों द्वारा बिसनेगर साम्राज्य भी कहा जाता था।
2. विजयनगर साम्राज्य भारत के डेक्कन (दक्खन) क्षेत्र में स्थित था।
3. विजयनगर साम्राज्य को सन 1336 में संगमा राजवंश के दो भाई हरिहर राय और बुक्का राय, द्वारा स्थापित किया गया था। ये दोनों गोपाल समुदाय के सदस्य थे और वे यदुवंश यादव वंश से थे।
4. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर साम्राज्य (Vijayanagar Empire In Hindi) में नंदिनागढ़ी लिपि का प्रयोग होता था।
5. क्या आप जानते है कि वेंकटमाधव ने ऋग्वेद पर टीकाएं तथा सायण ने वेदों पर टीकाएं लिखी थी।
6. शुरुआत में विजयनगर एक सहकारी शासन था। इसमें कई लोगों की भागीदारी थी।
7. क्या आप जानते है दक्षिणी राज्यों के लिए गोआ के रास्ते से घोड़ों का व्यापार होता था।
8. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बहमनी की मुद्रा हून तथा विजयनगर की मुद्रा पराडो थी।
9. सन 1367 ई. की लड़ाई में पहली बार विजयनगर ( बुक्का प्रथम ) तथा बहमनी ( मुहम्मद शाह प्रथम ) के बीच तोपखाने का प्रयोग हुआ था। इन दोनों के बीच के युद्ध में बहमनी शासक की विजय हुई। यह पहला अवसर था जब किसी बहमनी शासक ने विजयनगर की सीमा में प्रवेश किया था।
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10. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सन 1367 ई. के ही युद्ध में मुहम्मद शाह प्रथम (बहमनी) ने वारंगल के कापय नायक को पराजित करके तख्त-ए-फिरोजा प्राप्त किया था।
11. विजयनगर और बहमनी के बीच संघर्ष का केन्द्र कृष्णा एवं तुंगभद्रा नदियों के बीच स्थित रायचूर दोआब नामक क्षेत्र था।
12. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोनार की बेटी का युद्ध विजयनगर के शासक देवराय तथा बहमनी के शासक फिरोजशाह के बीच हुआ था।
13. विजयनगर और बहमनी के बीच संघर्ष का वास्तविक कारण भौगोलिक, राजनीतिक, आर्थिक और सामरिक थे।
14. रायचूर दोआब नामक क्षेत्र हीरा और लोहे जैसे बहुमूल्य खनिजों की खानों के लिए विख्यात था।
15. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बहमनी के संस्थापक अलाउद्दीन हसन बहमनशाह ने कृष्णा नदी और तुंगभद्रा नदियों के मध्य स्थित रायचूर के किले पर अपना अधिकार कर लिया। यह बहमनी और विजयनगर साम्राज्य के बीच संघर्ष की शुरुआत थी।
16. क्या आप जानते है अमीर अली बरीद को दक्कन की लोमड़ी तथा बहमनी के शासक हुमायूँ को दक्कन का नीरो कहा जाता है।
17. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिरोज शाह बहमनी ने अपने प्रशासन में बड़े स्तर पर हिन्दुओं को सम्मिलित किया था। ऐसा कहा जाता है की इसी समय से दक्कनी ब्राह्मण राज्य के प्रशासन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करने लगे।
18. क्या आप जानते है बहमनी शासक अहमद शाह प्रथम को गेसूदराज के साथ के कारण 'वली' कहा जाता था।
19. महमुद गवाँ एक ईरानी व्यापारी था। महमुद गवाँ को व्यापारियों के प्रमुख ( मलिक - उत् - तुज्जार ) की उपाधि दी गयी थी।
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20. महमूद गवाँ, जो कि एक ईरानी व्यापारी था उनका प्रमुख सैनिक योगदान दभोल और गोआ सहित पश्चिमी समुद्री तट पर विजय थी।
21. महमूद गवाँ ने मिस्त्र (Egypt), ईरान, ईराक और टर्की के सुल्तानों के साथ पत्र व्यवहार किया और उसने अपने मदरसे में ईरान और ईराक से विद्वान भी बुलवाये।
22. क्या आप जानते है विजयनगर (Vijayanagar Samrajya In Hindi) की राजभाषा तेलुगू तथा बहमनी की राजभाषा मराठी थी।
23. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर सम्राज्य की प्रथम राजधानी एनेगोन्दी थी उसके बाद ये क्रमशः हम्पी ( विजयनगर ), वेकोगोण्डा (पेनुकोण्डा ) तथा चंद्रगिरि थी।
24. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देवराय प्रथम ने अपनी घुड़सवार सेना को ओर अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए अपने सेना में सबसे पहले तुर्की धनुर्धरों को भर्ती किया, उसके बाद देवराय द्वितीय तथा रामराय ने इसी का अनुसरण किया।
25. हरिहर प्रथम ने होयसल के भाग पर, बुक्का प्रथम ने मदुरै पर, हरिहर द्वितीय ने गोवा पर तथा कृष्ण देवराय ने रायचूर दोआब के क्षेत्र पर अधिकार करके उसे विजयनगर साम्राज्य में मिला लिया।
26. नूनिज के अनुसार श्रीलंका, पूलीकट, क्विलान, पेगू और तेनसिरिम ( क्रमशः वर्मा और मलाया ) के राजा देवराय द्वितीय को कर दिया करते थे।
27. क्या आप जानते है नरसिंह सालुव अपने वंश ( सालुव वंश ) का एक मात्र शासक था।
28. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर राज्य छः प्रान्तों में बँटा हुआ था।
29. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देवराय द्वितीय को दो संस्कृत ग्रंथों महानाटक सुधानिधि एवं बादरायण के ब्रह्मसूत्र पर टीका की रचना करने का गौरव प्राप्त है।
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30. क्या आप जानते है विजयनगर शासन (55Vijayanagar Empire Facts In Hindi) काल में टकसाल विभाग को जोरीखाना तथा कुंतल विजयनगर को कहा जाता था।
31. विरुपाक्ष ने संस्कृत में नारायण-विलास नाम के एक पुस्तक की रचना की थी।
32. कृष्ण देवराय की रचनायें- तेलुगू भाषा में आमुक्त माल्यद, संस्कृत भाषा में जाम्बवती कल्याण , उषा परिणय आदि थी।
33. कृष्ण देवराय के दरबार में 8 दिग्गज कवि थे, जिनमें अल्लासानी पेङडाना कृष्ण देवराय के अष्टदिग्गज कवियों में सबसे प्रमुख थे। अल्लासानी पेङडाना ने मनुकारिता की रचना की।
34. अल्लासानी पेङडाना को आंध्र कविता का पितामह कहा जाता है।
35. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर राज्य में वसल पानम ( गृह कर ) तथा तटकर से होने वाली आय को केवलगार कहा जाता था।
36. विजयनगर राज्य में नकद भुगतान वाले भुगतान करों को 'सिद्ध' कहा जाता था।
37. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर साम्राज्य की सेना में ब्राह्मणों का महत्त्वपूर्ण स्थान था। ब्राह्मणों को न केवल प्रधान सेनाधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता था बल्कि वे सेनाओं का नेतृत्व भी किया करते थे।
38. विजयनगर शासनकाल के दौरान मंदिरों को अनुदान के रूप में सर्वमान्य भूमि प्रदान की जाती थी।
39. सदाशिव राय के अभिलेखों से प्राप्त सूचना के आधार पर ये जानकारी मिलती है कि उसने नाइयों को व्यवसाय कर से मुक्त कर दिया था।
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40. विजयनगर साम्राज्य (Vijayanagar Empire Facts) के शासन के दौरान छोटे व्यवसायों में सबसे महत्त्वपूर्ण गंधी का पेशा था।
41. आपकी जानकारी के लिए बता दें की विजयनगर कालीन सिक्कों (मुद्राओं) पर विभिन्न देवताओं और पशुओं के चिन्ह रहते थे।
42. विजयनगर साम्राज्य में वेश्याओं एवं मंदिरों पर भी कर लगते थे।
43. विजयनगर साम्राज्य का प्रमुख बंदरगाह कालीकट था।
44. विजयनगर साम्राज्य (Vijayanagar Empire Story In Hindi) में भूमिकर को शिष्ट कहते थे। ये कर उपज का 1/6 भाग तथा राज्य के आय का प्रमुख स्त्रोत था।
45. विजयनगर साम्राज्य में राजस्व विभाग को अठावन कहा जाता था।
46. विजयनगर साम्राज्य में कर के रूप में मुद्रा एवं अनाज दोनों दिये जाते थे।
47. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विजयनगर साम्राज्य में ब्रह्म विवाह सर्वाधिक प्रचलित था। इस विवाह को कन्यादान भी कहते थे।
48. विजयनगर (Vijayanagar Empire In Hindi) के शासन काल के दौरान महानवमी ( नवरात्रि पर्व ) बहुत ही महत्त्वपूर्ण त्योहार था।
49. विजयनगर साम्राज्य में सेना को मुख्यतः नकद वेतन दिया जाता था।
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50. विजयनगर साम्राज्य (1336 - 1646) मध्यकालीन का एक साम्राज्य था।
51. विजयनगर साम्राज्य के राजाओं ने इस साम्राज्य पर करीब 310 वर्ष तक राज किया था।
52. विजयनगर साम्राज्य का वास्तविक नाम कर्नाटक साम्राज्य था।
53. पुर्तगाली विजयनगर साम्राज्य को बिसनागा राज्य के नाम से जानते थे।
54. लगभग सवा दो सौ वर्ष के उत्कर्ष के बाद सन 1565 में विजयनगर साम्राज्य की भारी पराजय हुई और इसकी राजधानी विजयनगर को जला दिया गया।
55. अपनी पराजय के बाद भी विजयनगर साम्राज्य (Vijayanagar Empire Facts In Hindi) क्षीण रूप में 70 वर्ष और चला।
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Note: विजयनगर साम्राज्य से जुड़ी यह जानकारी जानकर आपलोगों को कैसा लगा कमेंट सेक्शन में कमेंट कर जरूर बताएं। अगर ये Vijayanagar Empire Facts & History In Hindi जानकारी आपलोगों को अच्छी लगी है तो आप इसे अपने दोस्तों और परिजनों के पास अधिक से अधिक शेयर करे। धन्यवाद।
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