हेलो दोस्तों आज के इस लेख में, मैं आपको बताने जा रहा हूँ सोमनाथ मंदिर का इतिहास या ये कहिये की सोमनाथ मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में।
आज के इस लेख में, मैं आपको भारत के इतिहास के सबसे रहस्यमई, अद्भुत और आश्चर्यजनक मंदिर के बारे में बताने जा रहा हूँ, इस मंदिर के इतिहास के बारे में हर भारतवासी को जरूर जानना चाहिए। दोस्तों आज के इस लेख में, हम बात कर करेंगे सोमनाथ मंदिर के बारे में, जो की एक हिंदू मंदिर है। Somnath Temple Mystery In Hindi
1. सोमनाथ मंदिर की गिनती भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे पहले ज्योतिर्लिंग के रूप में होती है।
2. सोमनाथ मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह मे स्थित है। सोमनाथ मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण चंद्रदेव ने करवाया था।
3. सोमनाथ मंदिर का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है। भगवान शिव का यह मंदिर हिंदू धर्म के उत्थान-पतन का प्रतीक रहा है।
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4. भगवान शिव का यह मंदिर अत्यंत वैभवशाली होने के कारण इतिहास में सोमनाथ मंदिर को कई बार तोड़ा गया तथा इसे पुनः निर्मित भी किया गया।
5. वर्तमान के इस मंदिर के भवन का पुनः निर्माण की सुरुआत भारत की आज़ादी के बाद लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल जी ने करवाया।
6. 1 दिसंबर 1995 को भारत के राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने इस मंदिर को राष्ट्र को समर्पित किया।
7. भगवान शिव का यह सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) दुनिया के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थलों में से एक है। सोमनाथ मंदिर के प्रांगण में प्रत्येक रात 1 घंटे का शो यानि 7:30 से लेकर 8:30 बजे तक साउंड लाइट शो चलता है। इस साउंड लाइट शो में सोमनाथ मंदिर का बड़ा ही सुंदर तरीके से सचित्र वर्णन किया जाता है।
8. लोक कथाओं के अनुसार सोमनाथ में ही भगवान् श्रीकृष्ण ने अपने शरीर का त्याग किया था। इस कारण इस क्षेत्र का और भी ज्यादा महत्व बढ़ गया।
Amazing Facts About Somnath Temple In Hindi
9. सोमनाथ मंदिर में पुरातत्व विभाग ने उत्खनन द्वारा प्राप्त ब्रह्मशिला पर भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग स्थापित किया था।
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10. 8 मई 1940 को सौराष्ट्र के पूर्व सम्राट दिग्विजय सिंह द्वारा सोमनाथ मंदिर की आधार शिला रखी गई थी।
11. भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद द्वारा 11 मई 1951 को सोमनाथ मंदिर में ज्योतिर्लिंग स्थापित किया था।
12. भगवान शिव का यह सोमनाथ मंदिर तीन प्रमुख भागों में बंटा हुआ है- गर्भगृह, सभामंडप और नृत्यमंडप। इस मंदिर के शिखर की ऊंचाई लगभग 150 फुट है।
13. सोमनाथ मंदिर के ऊपर स्थित कलश का वजन लगभग 10 टन है और इस मंदिर की ध्वजा 27 फुट ऊंची है।
14. सोमनाथ मंदिर में माता लक्ष्मी, माता पार्वती, माता सरस्वती सहित मां गंगा और नन्दी की भी मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। जमीन के ऊपरी भाग में शिवलिंग से ऊपर अहल्येश्वर मूर्ति है।
15. सोमनाथ मंदिर परिसर में भगवान गणेश का भी एक मंदिर है और इस मंदिर के उत्तरी द्वार के बाहर अघोरलिंग की प्रतिमा स्थापित की गई है।
16. प्रभावनगर में अहल्याबाई मंदिर के नजदीक ही माता काली का एक भव्य मंदिर भी बना हुआ है। इसी प्रकार भगवान गणेश, भद्रकाली तथा भगवान विष्णु आदि के मंदिर भी प्रभावनगर में बने हुए है।
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17. प्रभावनगर के द्वार के पास गौरीकुण्ड नामक एक सरोवर है। इस सरोवर के पास ही एक पुराना शिवलिंग है।
18. इस क्षेत्र को पहले प्रभास क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। इसी क्षेत्र को लेकर बताया जाता है कि भगवान् श्रीकृष्ण ने इसी स्थान पर जरा नामक व्याध के बाण को निमित्त बनाकर अपनी लीला का संवरण किया था।
19. आगरा के किले में रखे गए देवद्वार के बारे में बताया जाता है कि ये देवद्वार सोमनाथ मंदिर के ही हैं। तथा ये भी बताया जाता है कि महमूद गजनी द्वारा इस देवद्वार को साल 1026 ई. में की गई लूटपाट के दौरान अपने साथ ले गया था।
20. सोमनाथ मंदिर प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। इस मंदिर में प्रतिदिन दिन में तीन बार (सुबह 7 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे) आरती की जाती है।
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21. श्रीकृष्ण की द्वारिका नगरी सोमनाथ मंदिर से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां देश-विदेश से प्रतिदिन द्वारिकाधीश के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
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