वरुण ग्रह हमारे सौरमंडल में सूर्य से आठवां ग्रह है। व्यास के आधार पर यह सौरमंडल का चौथा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर तीसरा बड़ा ग्रह है। वरुण ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी से 17 गुना अधिक है और अरुण ग्रह से थोड़ा अधिक है। खगोलीय इकाई के हिसाब से वरुण की कक्षा सूर्य से 30.1 ख. ई. की औसत दूरी पर है। वरुण पृथ्वी के मुकाबले सूर्य से लगभग 30 गुना अधिक दूर है।
वरुण ग्रह(Neptune planet) |
खगोल की खोजबीन के पश्चात यह ज्ञात ग्रह 23 सितंबर 1846 को पहली बार दूरबीन से देखा गया और इसका नाम नेप्चून रख दिया गया। नेपच्यून प्राचीन रोमन धर्म में समुद्र के देवता थे जो स्थान प्राचीन भारत के वरुण देवता का रहा है, इसलिए इस ग्रह को वरुण ग्रह कहा जाता है।
वरुण को सूर्य की एक पूरी परिक्रमा करने में 164.79 वर्ष लगते हैं यानी एक वरुण वर्ष 164.79 पृथ्वी वर्ष के बराबर है। हमारे सौरमंडल में चार ग्रहों को गैस दानव कहा जाता है, वरुण इनमें से एक हैं, बाकी तीन ग्रह-बृहस्पति,शनि और अरुण।
वरुण की खोज और नामकरण
वरुण पहला ग्रह था जिसके अस्तित्व की भविष्यवाणी वरुण को देखे बिना ही गणित के अध्ययन से की गई थी और जिसे फिर उस आधार पर खोजा गया था। तब हुआ जब अरुण की परिक्रमा में आश्चर्यजनक गड़बड़ी पाई गई जिनका अर्थ सिर्फ यही हो सकता था कि एक अज्ञात पड़ोसी ग्रह उस पर अपना गुरुत्वाकर्षण प्रभाव डाल रहा था।
23 सितंबर 1846 को पहली बार वरुण को दूरबीन से देखा गया। रोमन धर्म में नेपच्यून के हाथ में त्रिशूल होता था इसलिए वरुण का खोलशास्त्रीय चिन्ह ♆ है।
वरुण ग्रह की रूपरेखा
- ऐसा माना जाता है कि वरुण पर तूफानी हवा सौरमंडल के किसी भी ग्रह से ज्यादा तेज चलती है। नेप्चून का द्रव्यमान 1,02,410 खरब अरब किलोग्राम है।
- इस ग्रह का भूमध्यरेखीय व्यास 49,528 किलोमीटर है। वरुण ग्रह का व्यास 48,682 किलोमीटर है।
- वरुण ग्रह की सूर्य से औसतन दूरी 449 करोड़ 83 लाख 96 हजार 441 किलोमीटर है। अरुण का भूमध्यरेखीय घेरा 1,55,600 किलोमीटर है।
वरुण ग्रह का एक वर्ष पृथ्वी के 164.79 वर्ष या 60,190 दिन के बराबर होता है।
- वरुण ग्रह की सतह का औसतन तापमान -201 डिग्री सेल्सियस है।
- वरुण ग्रह के 14 ज्ञात उपग्रह है और 5 ज्ञात छल्ले है।
वरुण ग्रह का रंग रूप और मौसम
यूरेनस प्लेनेट जहां पर एक गोले का रूप दिखाता है जिस पर कोई निशान या धब्बे नहीं है, वही वरुण पर बादल, तूफान और मौसम का बदलाव स्पष्ट दिखाई देता है।
वरुण ग्रह पर 2100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तूफानी हवा चलती देखी जा चुकी है। 1989 में वॉयेजर-2 यान Neptune के पास से गुजरा तो वरुण ग्रह पर एक "बड़ा गाढ़ा धब्बा" दिखाई दे रहा था, जिसकी तुलना जुपिटर के "बड़े लाल धब्बे" से की गई है। क्योंकि Neptune सूर्य से इतना दूर है इसलिए उसका ऊपरी वायुमंडल बहुत ही ठंडा है और वहां का तापमान -128 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर सकता है।
वरुण ग्रह के बड़े आकार की वजह से इस ग्रह के बड़े केंद्र में इसके गुरुत्वाकर्षण के भयंकर दबाव से तापमान 5000 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है। वरुण ग्रह का हल्का नीला रंग अपने ऊपरी वातावरण में मौजूद मीथेन गैस से आता है।
वरुण ग्रह की परिक्रमा एवं घूर्णन
नेपच्यून और सूर्य के बीच की औसत दूरी 4.50 अरब किलोमीटर है एवं यह औसतन हर 164.79~+mn~0.1 वर्षों में सूर्य की परिक्रमा करता है। 11 जुलाई 2011 को नेप्चून ने 1846 में इसकी खोज के बाद से अपनी पहली ध्रुवकेंद्रीय परिक्रमा पूरी की है।
वरुण ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य
1. वरुण सौरमंडल के आठवें नंबर का ग्रह है और सौर मंडल के का अंतिम ग्रह है। वरुण से पहले प्लूटो को सौरमंडल का अंतिम ग्रह माना जाता था लेकिन वैज्ञानिकों ने साबित किया कि प्लूटो ग्रह नही है।
2. व्यास के मामले में वरुण चौथा सबसे बड़ा ग्रह है और द्रव्यमान के मामले में तीसरा बड़ा ग्रह है।
3. वरुण को पृथ्वी से नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता है।
4. वरुण ग्रह का द्रव्यमान 1,02,400 खरब अरब किलोग्राम है, जो पृथ्वी से 17 गुना ज्यादा है।
5. वरुण ग्रह सूर्य से करीब 449 करोड़ 83 लाख 96 हजार 441 किलोमीटर दूर है।
6. वरुण ग्रह को सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा पूरी करने में 165 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।
7. नेपच्यून ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में 27 गुना अधिक शक्तिशाली है।
8. वरुण ग्रह की सतह का औसतन तापमान -201 डिग्री सेल्सियस है। वरुण इतना ठंडा है कि यहां पर इंसान कुछ सेकंड ही जीवित रह सकता है।
9. शनि ग्रह की तरह, वरुण ग्रह में भी छल्ले हैं, वरुण के पास 5 ज्ञात छल्ले और 14 उपग्रह है।
10. Triton, वरुण ग्रह का सबसे बड़ा चंद्रमा है, जो वरुण ग्रह के अन्य चंद्रमा की दिशा अनुसार ना घूमकर विपरीत दिशा में घूमता है। Triton सौरमंडल का एकमात्र ऐसा चंद्रमा है जिसकी एक प्रतिगामी कक्षा है।
11. वरुण पर एक दिन की लंबाई पृथ्वी के 16 घंटे के बराबर है।
12. वरुण ग्रह की खोज Urbain jean joseph le verrier ने की थी।
13. ग्रीक भाषा में Neptune को poseidonas planet के नाम से जाना जाता है।
14. फ्रांस के Le verrier और इंग्लैंड के jhon couch adams ने वरुण की खोज की।
15. इस ग्रह का Neptune नाम रोमन लोगों ने दिया प्राचीन रोमन धर्म में समुद्र के देवता को Neptune कहा जाता था।
16. वरुण ग्रह के सबसे बड़े चंद्रमा की खोज वरुण की खोज के महज 17 दिनों बाद ही हो गया था।
17. वरुण ग्रह बर्फ़ और गैस से बनी गेंद की तरह है जिस पर यदि हम खड़े रहने की कोशिश करें तो सीधे अंदर चले जाएंगे।
18. वरुण ग्रह की सूर्य के चारों ओर कक्षा का आकार 4,498,396,441 किलोमीटर व् मीन orbiet velicity 19,566 किलोमीटर प्रति घंटा है।
19. इस ग्रह का भूमध्य रेखीय परिधि 154,704.6 किलोमीटर व् इसका आयतन 62,525,703,987,421 cubic किलोमीटर है।
20. अब तक वॉयेजर-2 अंतरिक्ष यान ही वरुण की सतह में पहुंच सका है, जिसे अमेरिका ने 1977 को भेजा था, जो 1989 में वरुण ग्रह की सतह पर पहुंचा।
21. बृहस्पति ग्रह की तरह ही वरुण पर भी एक विशाल बवंडर चल रहा था। यह धूल से बना बवंडर हमारी पृथ्वी से भी बड़ा था जो 5 वर्ष तक चला था।
22. वरुण के वायुमंडल में उच्च सक्रिय वाली सौर हवाएं 1,340 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चलती है।
23. वरुण ग्रह का ऊपरी वायुमंडल 80% हाइड्रोजन, 19% हिलियम और मीथेन गैस से बना है।
24. वरुण ग्रह का आंतरिक भाग दो परतों से बना है:- एक कोर और दूसरी मेंटल।
- कोर- कोर चट्टानी परत है, जो पृथ्वी की तुलना में 1.2 गुना बड़ा है।
- मेंटल- मेंटल की परत और अमोनिया और मीथेन के मिश्रण से बनी है।
25. वरुण ग्रह का अक्षीय झुकाव 28.3 डिग्री है।
26. वरुण के तीन प्रमुख वलय है- एडम्स, ले वेरियर और गैल।
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