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शुक्र (Venus planet) के बारे में | शुक्र ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य

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क्रम के हिसाब से शुक्र सौरमंडल का दूसरा ग्रह है। शुक्र पृथ्वी का निकटतम ग्रह है और सौरमंडल का छठवां सबसे बड़ा ग्रह है। यह सबसे गर्म ग्रह भी है। इसका वातावरण घने ग्रीन हाउस गैसों जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड एवं सल्फर डाइऑक्साइड से मिलकर बना हुआ है। इन गैसों के कारण कोई भी किरण या बाहरी पिंड शुक्र की सतह तक सीधा नहीं पहुंच पाता जिससे यह बहुत गर्म रहती है।

शुक्र (Venus planet) के बारे में | शुक्र ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य

शुक्र सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद केवल थोड़ी देर के लिए ही अपनी अधिकतम चमक पर पहुंचता है। यही कारण है जिसके लिए प्राचीन संस्कृतियों के द्वारा सुबह का तारा या शाम का तारा के रूप में संदर्भित किया गया है। शुक्र को एक सक्रिय ग्रह माना जाता है। इसके ऊपर बहुत सारे सक्रिय ज्वालामुखी एवं पहाड़ है। यह पृथ्वी से थोड़ा कम भारी है। यह इतना गर्म है कि कोई भी धातु यहां पल भर में तैरता हुआ लावा बन जाएगा। इस ग्रह की अभी की परिस्थिति बहुत खतरनाक है फिर भी वैज्ञानिकों का मानना है कि हो सकता है बहुत बिलियन साल पहले इस ग्रह पर जीवन मौजूद रहा हो।

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आकाश में शुक्र को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। यह आकाश में सबसे चमकीला ग्रह है। शुक्र ग्रह को प्रागैतिहासिक काल से जाना जाता है यह आकाश में सूर्य और चंद्रमा के बाद सबसे ज्यादा चमकीला ग्रह है। शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और सामान आकार गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी-कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है।


शुक्र आकार और दूरी दोनों में पृथ्वी के निकटतम है। शुक्र एक ऐसा ग्रह है जो पृथ्वी एवं दूसरे ग्रहों के मुकाबले उलटी दिशा में सूर्य की परिक्रमा करता है। शुक्र का घूर्णन काफी अजीब है क्योंकि यह काफी धीमा है। वह एक घूर्णन करने में 243 पृथ्वी दिवस लगाता है। शुक्र का एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर होता है। शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है। जिसने इसकी सतह को दृश्य प्रकाश में अंतरिक्ष से निहारने से बचा रखा है।


शुक्र ग्रह का वायुमंडल 4 स्थलीय ग्रहों में सघनतम है और अधिकाँशतः कार्बन डाइऑक्साइड से बना है। शुक्र पर वायु दाब भी पृथ्वी के वायु दवाब से 90 गुना ज्यादा है। यह सूर्य की परिक्रमा 224 दिन में करता है और सूर्य से इसका परिक्रमा पथ 10,82,00,000 किमी लंबा है। (कक्षा: 0.72 AU या 108,200,000 किमी) है। शुक्र ग्रह का व्यास 121036 किलोमीटर और द्रव्यमान 4.869e24 किलोग्राम है। इसकी कक्षा लगभग वृत्ताकार है। 735k (462℃,863°F)  के औसत सतही तापमान के साथ सौर मंडल में अब तक का सबसे तप्त ग्रह है।


कार्बन को चट्टानों और सतही भूआकृतियों में वापस जकड़ने के लिए यहां कोई कार्बन चक्र मौजूद नहीं है और ना ही जीव द्रव्य को इसमें अवशोषित करने के लिए कोई कार्बनिक जीवन यहां नजर आता है। वायुमंडल में सर्वाधिक कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा पाई जाती हैं। शुक्र के यह कई किलोमीटर मोटे सल्फ्यूरिक अम्ल के बादलों से घिरा हुआ है। यह बादल शुक्र ग्रह की सतह ढक लेते हैं जिससे हम उसे देख नहीं पाते हैं। इस वातावरण से शुक्र पर ग्रीन हाउस प्रभाव पड़ता है जो कि तापमान को 400 डिग्री सेल्सियस से 740 सेल्सियस तक बढ़ा देता है।

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शुक्र की सतह बुध की सतह से भी ज्यादा गर्म है। जब की शुक्र बुध की तुलना में सूर्य से दुगनी दूरी पर है। शुक्र के बादलों में ऊपरी सतह में लगभग 350 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चलती है जबकि निचली सतह में यह कुछ ही किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलती है। शुक्र पर अतीत में महासागर हो सकते हैं लेकिन अनवरत ग्रीन हाउस प्रभाव के कारण बढ़ते तापमान के साथ वह वाष्पीकृत होकर अंतरिक्ष में चला गया हो। शुक्र अब काफी सुखा है।

शुक्र ग्रह की भौतिक विशेषताएं

शुक्र चार सौर स्थलीय ग्रहों में से एक है। जिसका अर्थ है पृथ्वी की तरह ही यह एक चट्टानी पिंड है। भले ही शुक्र को सबसे चमकीला ग्रह के रूप में माना जाए किंतु असल में इस ग्रह का वातावरण बहुत भयावह है। बहुत ही गर्म सतह के कारण कोई भी अंतरिक्ष यान इस ग्रह पर ज्यादा देर नहीं टिक पाता और जल जाता है। आकार और द्रव्यमान में यह पृथ्वी के समान हैै और अक्सर पृथ्वी की "बहन" या "जुड़वा" के रूप मेंं वर्णित किया गया है।

क्योंकि इन दोनों का भार,आकार,घनत्व,रचना एवं गुरुत्वाकर्षण बल लगभग एक ही समान है। शुक्र का व्यास 12,092 किमी (पृथ्वी की तुलना में 650 किमी कम) और द्रव्यमान पृथ्वी का 81.5% है। शुक्र के वायुमंडलीय द्रव्यमान का 96.5% कार्बन डाइऑक्साइड और शेष 3.5% का अधिकांश नाइट्रोजन रहा है।

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शुक्र का अधिकतम तापमान 450 डिग्री सेल्सियस छू जाता है। शुक्र का वायु मंडल इतना गर्म है कि कोई भी बाहरी वस्तु को पल भर में जला देती है। शुक्र के वायु मंडल को सौरमंडल का सबसे घना वायु मंडल माना गया है। शुक्र के सतह के दाब पृथ्वी के मुकाबले 90 गुना ज्यादा है। इसका सतह पूरी तरह सुखा है।

शुक्र ग्रह के बारे में रोचक तथ्य

● सूर्य से दूरी लगभग - 10 करोड़ 82 लाख किलोमीटर।
द्रव्यमान (वजन) - 4,867,320,000,000,000 अरब किलोग्राम है। (486732 अरब Kg)


1. शुक्र पृथ्वी का सबसे निकटतम और सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है।

2. शुक्र ग्रह का एक दिन पृथ्वी के 1 साल से बड़ा होता है। शुक्र सूर्य के सापेक्ष एक चक्कर पूरा करने के लिए पृथ्वी के लगभग 224.70 दिनों का समय लेता है जबकि अपने अक्ष (धूरी) के सापेक्ष एक चक्कर पूरा करने के लिए 243 दिन लगाता है।

3. शुक्र अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है जिसकी घूर्णन दिशा यूरेनस के घूमने के दिशा के समान है।

4. सूर्य के प्रकाश को शुक्र तक पहुंचने में 6 मिनट लगते हैं।

5. शुक्र ग्रह पर सल्फ्यूरिक एसिड के बादलों की कई किलोमीटर मोटी परत है जो इसकी सतह को पूरी तरह से ढक लेती है।

6. वैज्ञानिकों की खोज के अनुसार ऐसा माना जाता है कि Venus एक केंद्रीय लौह कौर, चट्टानी मेटल और सिलिकेट क्रस्ट से बना है।

7. आमतौर पर स्थलीय ग्रहों पर पाए जाने वाले प्रहार क्रेटरों, पहाड़ों और घाटियों के अलावा, शुक्र पर अनेकों अद्वितीय भौगोलिक संरचनाएं हैं। इन संरचनाओं में चपटे शिखर वाली ज्वालामुखी संरचनाएं "फेरा" कहलाती है।

8. 100-1000 मीटर ऊंची दरार युक्त सितारा सदृश्य चक्रीय प्रणाली को "नोवा" कहा जाता है।

9. चक्रीय और संक्रेदित दरारों दोनों के साथ मकड़ी के जाले से मिलती-जुलती संरचनाएं "अर्कनोइड" के रूप में जानी जाती है।

10. शुक्र की सतह 30-60 करोड़ वर्ष पुरानी होने का अनुमान है।


11. शुक्र पर लगभग 85% क्रेटर प्राचीन हालत में है।

12. शुक्र क्रेटरों के परास व्यास में 3 किलोमीटर से लेकर 280 किलोमीटर तक है।

13. वेनीरा 1 स्पेस मिशन, रूस ने 1961 में शुक्र पर भेजने की कोशिश की,पर संपर्क टूट जाने से यह मिशन असफल रहा।

14. अमेरिका का मेरीनर 1 भी शुक्र की कक्षा में पहुंचने में असफल रहा, लेकिन मेरीनर 2 सफ़ल रहा।

15. सोवियत संघ का वेनेरा 3 शुक्र की सतह पर पहुंचने वाला पहला मानव निर्मित यान बन गया। जो 1966 में निर्मित हुआ था।


16. यूरोपियन स्पेस एजेंसी द्वारा भेजे गए Venus express space shuttle ने 2006 में शुक्र पर 1000 से ज्यादा ज्वालामुखी की खोज की।

17. शुक्र का कोई उपग्रह नही है। और न ही शनि ग्रह की तरह इस पर वलय है।

18. शुक्र ग्रह को यह नाम प्रेम और सुंदरता की देवी (रोमन देवी) के नाम पर दिया गया है।

19. शुक्र ग्रह का व्यास 12,104 किमी है और द्रव्यमान 4.87*10^24 किलोग्राम है।

20. सघन कार्बन डाइऑक्साइड परत के ऊपर घने बादल है जो मुख्य रूप से सल्फर डाइऑक्साइड और सल्फ्यूरिक अम्ल की बूंदों से मिलकर बने हैं। 

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21. शुक्र की हवाएं उस की घूर्णन गति के 60 गुने तक गतिशील हैं,जबकि पृथ्वी की सबसे तेज हवाएं घूर्णन गति की केवल 10% से 20% है।

22. ऐसा माना जाता है कि 17वीं शताब्दी में बेबीलोन के खगोलविदों द्वारा शुक्र ग्रह को खोजा गया था।

23. शुक्र के बादल पृथ्वी पर के बादलों की ही तरह बिजली पैदा करने में सक्षम है।

24. जब शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित होता है यह स्थिति "अवर" संयोजन कहलाती हैं।

25. अधिकांश ग्रह अपने अक्ष पर भी एक वामावर्त दिशा में घूमते हैं,लेकिन शुक्र हर 243 पृथ्वी दिवसों में एक बार घूमता है, "प्रतिगामी" घूर्णन  कहा जाता है।


26. शुक्र ग्रह के पास सौरमंडल के किसी भी अन्य ग्रह की तुलना में अधिक ज्वालामुखी है, लेकिन इनमें से कई निष्क्रिय है। शुक्र की सतह पर पहाड़, घाटियां और सैकड़ों ज्वालामुखी है।

27. शुक्र ग्रह में मौजूद सबसे ऊंचा पर्वत Maxwell montes है,जो कि 8.8 किलोमीटर ऊंचा है। इस पर्वत की तुलना पृथ्वी के माउंट एवरेस्ट से की जाती है।

28. शुक्र की धीमी घूर्णन गति के कारण, इस ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में बहुत कमजोर है। 

29. 40 से अधिक अंतरिक्ष यान शुक्र की जानकारी जुटाने के लिए इस ग्रह व् इसके नजदीक भेजें जा चुके हैं।

30. सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में शुक्र को 225 दिन लगते हैं।


31. इस ग्रह की Orbit Velocity 126,074 किलोमीटर/घंटा और विषुवतीय झुकाव 177.3 है।

32. शुक्र के वायुमंडल की खोज 1761 में रूसी बहुश्रुत मिखाइल लोमोनोसोव द्वारा हुई थी।

33. शुक्र के वायु मंडल का अवलोकन 1790 में जर्मन खगोल शास्त्री योहान श्रोटर द्वारा हुआ था।

34. शुक्र ग्रह की भूमध्य रेखीय परिधि 38,024.6 किलोमीटर और आयतन लगभग 928,415,345,893 घन किमी है।

35. शुक्र ग्रह का कुल क्षेत्रफल 460,234,317 वर्ग किलोमीटर है।


36. बेबीलोन खगोलविदों ने "आकाश की उज्जवल रानी" के रूप में शुक्र ग्रह का उल्लेख किया था।

37. शुक्र सौरमंडल का एक मात्र ऐसा ग्रह है जिसका नाम एक महिला आकृति का नाम पर रखा गया है।

38. शुक्र 41 मिलियन किलोमीटर (25.5मिलियन मील) की औसत दूरी के साथ,हमारे सबसे करीब का ग्रह है।

39. शुक्र ग्रह की जानकारी जुटाने के लिए वैज्ञानिक रडार मैपिंग विधि का उपयोग करते हैं।

40. शुक्र ग्रह की सतह का पहला रडार मैपिंग 1978 में,अंतरिक्ष यान के जरिए लिया गया था।

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41. Venus के crus की मोटाई - 50 किलोमीटर है, इसकी Metal - 3000 किलोमीटर मोटी है तथा Core का व्यास - 6000 किलोमीटर है।

42. Venus का इंटीरियर रूप तीन परतों से बना है- Crust, metal और एक core

43. ग्रीक और रोमन के लोग शुक्र को एक नहीं बल्कि दो ग्रह मानते थे।

44. ग्रीक के लोग सुबह दिखने वाले तारे को Phasphorus और रात को दिखने वाले तारे को Hosporus कहते थे।

45. रोम के लोग सुबह दिखने वाले तारों को Lucifer और रात में दिखने वाले तारे को Vesper कहते थे।



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