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Saturn planet ! शनि ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य व् पूरी जानकारी

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                 शनि ग्रह (Saturn planet)

शनि (Saturn planet) सूर्य से छठवां ग्रह तथा जुपिटर के बाद सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। शनि ग्रह का औसत व्यास, पृथ्वी से 9 गुना बड़ा है। शनि एक गैस दानव है। इसका औसत घनत्व पृथ्वी का एक आठवां है, अपने बड़े आयतन के साथ यह पृथ्वी से 95 गुने से भी थोड़ा अधिक बड़ा है।


Saturn Planet (शनि ग्रह) का आंतरिक ढांचा संभवतया लोहा, निकल और चट्टानों (सिलिकॉन और ऑक्सीजन यौगिक) के एक कोर से बना है,जो धातु हाइड्रोजन की एक मोटी परत से घिरा है, तरल हाइड्रोजन और तरल हीलियम की एक मध्यवर्ती परत तथा बाह्य गैसीय परत है।


शनि ग्रह (Saturn Planet In Hindi) अपने ऊपरी वायुमंडल के अमोनिया क्रिस्टल के कारण एक हल्का पीला रंग दर्शाता है। Saturn (शनि ) पर हवा की गति 1800 किलोमीटर प्रति घंटा (1100 मील) तक पहुंच सकती है।

शनि की एक विशिष्ट वलय प्रणाली है जो नौ सतत मुख्य छल्लों और तीन असतत चाप से मिलकर बनी है यहां की ज्यादातर चट्टानें मलबे व धूल की छोटी राशि के साथ बर्फ़ के कणों की बनी हुई है।

62 चंद्रमा ग्रह की परिक्रमा करते हैं; 53 अधिकारिक तौर पर नामित है। 'टाइटन' शनि का सबसे बड़ा और सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रमा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि शनि के इर्द-गिर्द चक्कर लगाने वाले चांदों की संख्या अब 82 हो गई।


   👉शनि ग्रह का आंतरिक ढांचा


शनि ग्रह (Saturn in hindi) मुख्य रूप से हाइड्रोजन का बना हुआ है। मानक ग्रहीय मॉडल बताते हैं कि शनि की बृहस्पति ग्रह के जैसी ही आंतरिक बनावट है, अंश मात्रा की भिन्न-भिन्न वाष्पशीलों के साथ हाइड्रोजन व हीलियम से घिरा एक चट्टानी कोर, जो संरचना में पृथ्वी के कोर के समान, मगर अधिक सघन है।


फ्रांसीसी खगोलविदों डिडिएर साउमोन और ट्रिस्टन गुइलोट ने 2004 में शनि ग्रह (who discovered saturn) को आकलन किया कि कोर पृथ्वी के द्रव्यमान का 9-22 गुना अवश्य होना चाहिए, जो लगभग 25,000 किलोमीटर की एक व्यास से मेल खाती है।

यह कोर एक मोटे तरल धातु हाइड्रोजन से घिरा हुआ है, जो हीलियम-संतृप्त आणविक हाइड्रोजन की एक तरल परत द्वारा अनुगमित हुई है जिसका बढ़ती ऊंचाई के साथ धीरे-धीरे गैस में बदलाव हुआ। बाह्यतम पर 1,000 किलोमीटर तक फैली है एवं एक गैसीय वातावरण वातावरण से बनी है। 

शनि के कोर में पारा 11,700 डिग्री सेल्सियस तक चढ जाता है। शनि ग्रह सूर्य से जितनी ऊर्जा प्राप्त करता है उससे 2.5 गुना अधिक अंतरिक्ष में छोड़ता है।


    👉शनि ग्रह का वायुमंडल


Saturn planet का वायुमंडल 96.3 प्रतिशत आणविक हाइड्रोजन और 3.25% हीलियम शामिल करता है। शनि के कोर क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण अंश के साथ इन भारी तत्वों का कुल द्रव्यमान का 19-31 गुना होने का अनुमान है। 


अंश मात्रा की अमोनिया, एसिटिलीन, ईथेन, प्रोपेन, फोस्फाइन और मीथेन शनि के वायुमंडल में खोजी गई है। Saturn planet के ऊपरी बादल अमोनिया क्रिस्टल से बने हुए हैं, जबकि निचले स्तर के बादल या तो अमोनियम हाइड्रोसल्फाइड या जल से मिलकर बने हैं। सूर्य से निकली पराबैगनी विकिरण ऊपरी वायुमंडल में मीथेन वियोजन का कारण बनती हैं।


      👉शनि ग्रह की बादल परतें


Saturn planet का वायुमंडल Jupiter planet के समान एक धारीदार स्वरूप दर्शाती है,परंतु शनि की धारियां बेहद हल्की है तथा भूमध्य रेखा के पास बहुत चौड़ी है। शनि ग्रह के बादलों की संरचना गहराई और बढ़ते दबाव के साथ बदलती रहती है। ऊपरी बादल परतों में 100-160 केल्विन (k) हद के तापमान एवं 0.5-2 बार के बीच विस्तारित रहे दबाव के साथ, बादल अमोनिया बर्फ से मिलकर बनते हैं। जल बर्फ़ बादल उस स्तर पर शुरू होता है,जहां दबाव करीब 2.5 बार नीचे तक विस्तारित होता है,वहीं तापमान सीमा 185-270 केल्विन (k) होती है।

शनि ग्रह के इस परत में अंतमिश्रित हुई है वह अमोनिया हाइड्रोसल्फाइट बर्फ की एक धारी है जो 235-290 केल्विन (k) के तापमान के साथ 3-6 दबाव सीमा में रहती है। निचली परत जहां दबाव 10-20 बार के बीच और तापमान 270-300 केल्विन (k) है।


शनि पर सौरमंडल के ग्रहों में द्वितीय सबसे तेज हवाएं हैं। वॉयजर डेटा हवाओं के चरम को 500 मीटर प्रति सेकंड (1800 किलोमीटर/घंटा) होना दिखाते हैं। शनि ग्रह का तापमान सामान्य -185 डिग्री सेल्सियस है,भंवर पर तापमान अक्सर अधिक से अधिक -122 डिग्री सेल्सियस पहुंचता है।


     👉शनि ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य 


1. सूर्य से शनि ग्रह (Saturn Facts) की दूरी- 142 करोड़ 66 लाख 66 हजार 422 किलोमीटर (9.58AU)।

2. पृथ्वी से 29.45 साल या 10,755.70 दिन के बराबर।

3. यहां का एक दिन: 10 घंटे 34 मिनट। 

4. शनि ग्रह का द्रव्यमान: 5,68,319 खरब अरब किलोग्राम (पृथ्वी से 95.16 गुना ज्यादा)।

5. शनि ग्रह (Saturn Moons) के ज्ञात प्राकृतिक उपग्रह: 82

                                                                                                                                                                   
6. भूमध्यरेखीय व्यास: 1,20,536 किलोमीटर।

7. शनि ग्रह का ध्रुवीय व्यास- 1,02,728 किलोमीटर।

8. Saturn planet का भूमध्यरेखीय घेरा- 3,62,882 किलोमीटर।

9. शनि ग्रह के सतह का औसतन तापमान -139 डिग्री सेल्सियस।

10. शनि ग्रह की घूर्णन दिशा पश्चिम से पूर्व की ओर है।

                                                                                                            
11. शनि ग्रह (Saturn Rings) के चारों ओर पाए जाने वाले Ring system के कारण इस ग्रह को सौरमंडल का सबसे आकर्षित ग्रह कहा जाता है।

12. शनि ग्रह का घनत्व बाकी सभी ग्रहों से कम है। द्रव पानी के मुकाबले इसका घनत्व मात्र 0.7 है।

13. Saturn planet का व्यास पृथ्वी के व्यास से 9 गुना ज्यादा है जबकि इसका घनत्व 8 गुना कम है।

14. शनि ग्रह के चारों ओर बने rings (छल्ले) बहुत पतले हैं व् इसकी संरचना 7 है, जिन्हें टेलीस्कोप की मदद से आसानी से देखा जा सकता है।

15. शनि ग्रह पर हवाएं 1800 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से चलती है।

                                                                                                            

16. आधुनिक युग में शनि ग्रह (saturn fun facts) को टेलिस्कोप के माध्यम से सर्वप्रथम 1610 में गैलीलियो गैलीली ने देखा था।

17. Saturn planet पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना में 100 गुना अधिक है।

18. शनि ग्रह के विशाल आकार ने जितनी जगह घेर रखी है उतनी जगह में 763 पृथ्वी आसमा सकती है।

19. शनि ग्रह का औसत वेग 9.64 किलोमीटर/सेकंड है। जबकि पृथ्वी का औसत वेग 30 किलोमीटर प्रति सेकंड है।

20. वैज्ञानिकों ने अक्टूबर 2019 में शनि के 20 नए (उपग्रहों) चांद खोज लिए।
                                                                                                            
21. सौर मंडल के सबसे ज्यादा उपग्रहों वाला ग्रह शनि है,जबकि दूसरे स्थान पर बृहस्पति है जिसके 79 चांद हैं।

22. शनि ग्रह के छल्लो को समझने के लिए उसे 14 मुख्य भागों में बांटा गया है,जिनमें से 12 छल्ले है और दो रिक्त स्थान है।

23. शनि ग्रह का नाम रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार गॉड जूपिटर के पिता का नाम पर रखा गया था।

24. शनि ग्रह का वायुमंडल लगभग 96% हाइड्रोजन और 4% हीलियम से बना है, जिसमें अमोनिया, एसिटिलीन, ईथेन, फॉस्फिन और मीथेन जैसी भी पाई जाती हैं।

25. शनि ग्रह का वायुमंडल 60 किलोमीटर तक फैला है।

                                                                                                                                                                   

26. शनि ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में 578 गुना अधिक शक्तिशाली है।

27. 700 ईसा पूर्व के आसपास Assyrian द्वारा सबसे पुराने लिखित रिकॉर्ड में शनि का उल्लेख किया गया था। उन्होंने शनि का नाम "Star of ninib" रखा, जो रात के समय आकाश में चमकने वाली एक शक्ति थी।

28. सौरमंडल में शनि ग्रह का 'टाइटन' चंद्रमा दूसरा सबसे बड़ा चंद्रमा है, सबसे बड़ा चंद्रमा बृहस्पति का गैनिमीड है।

29. इस ग्रह पर पायी जाने वाली ऋतु शनि ग्रह की स्वयं उत्पन्न की गई गर्मी से बदलती है, यहां का मौसम सूर्य पर निर्भर करता है।

30. शनि का घनत्व 0.687 ग्राम/घनमीटर व् भूतल क्षेत्र 42,612,135,285 वर्ग किलोमीटर है।
                                                                                                                                                                   
31. शनि ग्रह की सतह का गुरुत्वाकर्षण बल 10.4 प्रति सेकेंड वर्गमीटर है। इसका पलायन वेग 129,924 किलोमीटर प्रति घंटा है।

32. शनि ग्रह के अक्ष का झुकाव 26.7° है।

33. Saturn planet का आयतन 827,129,915,150,897 घन किलोमीटर है।

34. शनि ग्रह के Enceladus चंद्रमा को लेकर नासा के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस चंद्रमा पर एलियन जीवन हो सकता है।

35. अबतक कुल चार अंतरिक्ष यान द्वारा शनि का दौरा किया गया है,जो इस प्रकार है-

(क) पायोनिर 11: 6 अप्रैल 1973 अमेरिका-1 सितंबर 1979 तक।

(ख) वायेजर 1: 5 सितंबर 1947 से 13 नवंबर 1980 तक।

(ग) वायेजर 2: 20 अगस्त 1947 से 26 अगस्त 1981 तक।

(घ) कासीनी: 13 अक्टूबर 1997 - अमेरिका,यूरोपियन स्पेस एजेंसी और इटली - 1 जुलाई 2004 तक।

36. शनि ग्रह का औसतन कक्षीय दूरी 1.43*109 किमी है।


Anokhagyan.in visit करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, उम्मीद करता हूँ की आपलोग को आज का यह पोस्ट पसंद आया होगा | धन्यवाद 

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1 Comments
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आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.