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कोरोना वायरस | फेफड़ों को मजबूत रखना चाहते हैं, तो आहार में शामिल करें ये 5 चीजें

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हमारे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 95% होना जरूरी है। लेकिन जब फेफड़ा कमजोर हो जाता है जिससे यह धीरे-धीरे गिरने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने फेफड़े को स्वस्थ रखें।

हमारे इस शरीर को चलाने के लिए ऑक्सीजन का महत्वपूर्ण योगदान होता है, क्योंकि बिना ऑक्सीजन के हम तो जीवन की कल्पना भी नही कर सकते है।

इसलिए हमारे शरीर को चलाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में फेफड़ें हमारे इस पूरे शरीर में खून के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। इसके साथ ही कार्बन डाईऑक्साइड के स्तर को भी बनाए रखता है। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 95% होना जरूरी है।

लेकिन जब किसी कारण से फेफड़ा कमजोर हो जाता है जिससे यह स्तर धीरे-धीरे गिरने लगता है। अगर आपके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 90% से कम हो जाता है तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने फेफड़ें को स्वस्थ रखें।


आपलोगों की जानकारी के लिए बता दें कि इस बार कोरोना काल में 60 से 65% मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन स्तर काफी तेजी से घटता है। 2 से 3 दिन के अंदर ही ऑक्सीजन स्तर 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।

अगर इस दौरान उन लोगों को ऑक्सीजन ना मिले तो उनका हालत बहुत ही गंभीर हो जाता हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि हम अपने फेफड़ों का पहले से ही ध्यान रखें, इसलिए आज के इस लेख में जानिए ऐसे ही कुछ हर्बल चीजों के बारे में जिससे आपके फेफड़े तेजी से मजबूत होंगे। 


1. Long pepper (पिप्पली)

पिप्पली यह एक जड़ी-बूटी है। आयुर्वेद में पिप्पली की चार प्रजातियों के बारे में जानकारी मिलता है, लेकिन उपयोग में छोटी और बड़ी ये दो प्रकार की पिप्पली ही आती हैं। पिप्पली की लता जमीन पर फैलती है। इसके अलावा ये सुगन्धित भी होती है।


इसके साथ ही पिप्पली में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन,एंटी-माइक्रोबियल, वसा, प्रोटीन अमिनो एसिड, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों के अलावा मिनरल्स और इसके साथ ही कुछ मात्रा में पानी और ऑक्सीजन पाई जाती है। इसलिए आप पिप्पली का सेवन करके आप अपने फेफड़ों को मजबूत रख सकते हैं। 


2. Liquorice (यष्टिमधु) | (मुलेठी)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि औषधीय गुणों से भरपूर इस मुलेठी में विटामिन B और E के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, सिलिकॉन, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं।

ये मुलेठी सर्दी-जुकाम, बुखार के साथ-साथ आपके फेफड़ों को मजबूत रखने में मदद करती है। मुलेठी का सेवन आप 3-5 ग्राम ही पाउडर के रूप में करें।

3. Malabar nut (वसाका) | (अडूसा)

अडूसा को वासा का पौधा भी बोला जाता है। क्योंकि इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है।  अडूसा की पत्तियों में अलकोलाइड, फिनोलिक्‍स, सैपोनिन, टैनिन, फ्लैवोनोइड्स जैसे पादप रसायन (Phyto-chemicals) की प्रचुर मात्रा होती है।


अडूसा या वसाका का सेवन करके सर्दी-जुकाम, बुखार, एनिमिया, गठिया से छुटकारा पाने के साथ ये फेफड़ों को स्वस्थ रखने में भी मदद करेगा। अडूसा की पत्तियों का 10-15 मिलीग्राम रस रोजाना पी सकते हैं। इसके साथ ही अगर आप इसका पाउडर ले रहे हैं तो 3-6 ग्राम से ज्यादा न लें। 

4. Holy Basil (तुलसी)

तुलसी इसके बारे में तो आप सब जानते ही होंगे। तुलसी के पत्ते में अधिक मात्रा में पोटैशियम, कैरीटीन, आयरन, क्लोरोफिल  मैग्नीशियम और विटामिन-C पाया जाता है जो फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। प्रतिदिन सुबह तुलसी पौधें के 4-5 पत्तियों को चबा लें। इसके अलावा आप तुलसी और गिलोय का आयुर्वेदिक काढ़ा भी बनाकर पी सकते हैं। 

5. Triphala (त्रिफला)

बहेड़ा, हरड़ और आंवला का 3:2:1 अनुपात में मिलाकर त्रिफला का पाउडर बनाया जाता है। क्योंकि ये तीनों औषधिय गुणों से भरपूर होता है। यह आपके पेट को स्वस्थ रखने के साथ-साथ Immunity Boost (प्रतिरक्षा में वृद्धि) करने में भी मदद करता है।


आप इस त्रिफला के चूर्ण को सोने से पहले 1 चम्मच खा सकते हैं। इसके अलावा आप इसे पानी में भिगोकर सुबह इसका सेवन कर सकते हैं। 

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