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World Red Cross Day 2021| विश्व रेड क्रॉस दिवस | World Red Cross Day In Hindi

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विश्व रेड क्रॉस दिवस: हर साल 8 मई को वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाया जाता है। वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाने का उद्देश्य ये है कि अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस (International Red Cross) और रेड क्रिसेंट आंदोलन (Red crescent movement) के सिद्धांतों को याद करने के लिए ये मनाया जाता है।

वर्ल्ड रेड क्रॉस डे के दिन यानि 8 मई को लोग इस मानवतावादी संगठन और उसकी ओर से मानवता की सहायता के लिए अभूतपूर्व योगदान के लिए श्रद्धांजलि देने के लिए याद करते हैं। आज कोरोना महामारी (Covid-19) में रेड क्रॉस आंदोलन की अहमियत और भी अधिक प्रासंगिक हो गई है।

★ Role Of Red Cross (रेड क्रॉस की भूमिका)

रेड क्रॉस आंदोलन की अहमियत उसके इतिहास के अंदर ही छुपा हुआ है. वर्ल्ड रेड क्रॉस डे ये वह दिन है जब इसके संस्थापक जॉन हेनरी डिनैंट का जन्म 1828 में हुआ था। उनके जन्मदिन पर ही हर साल 8 मई को ही वर्ल्ड रेड क्रॉस डे के तौर पर मनाया जाता है।


जॉन हेनरी डिनैंट स्विट्जरलैंड के एक कारोबारी थे, जिन्होंने साल 1859 में इटली में सॉल्फेरिनो का युद्ध देखा था। इटली में हुए इस युद्ध में बड़ी संख्या में सैनिक मरे और घायल हुए थे।


इस युद्ध में किसी भी सेना के पास घायल सैनिकों की देखभाल के लिए चिकित्सकीय व्यवस्था (clinical setting) नहीं थी। तब जॉन हेनरी डिनैंट ने स्वंयसेवकों का एक समूह बनाया। उनके द्वारा बनाये गए इस समूह ने इस युद्ध में घायल हुए जवानों तक खाना और पानी पहुंचाया। इतना ही नहीं इस समूह ने उन घायल हुए सैनिकों का इलाज कर उनके परिजनों को चिट्ठियां भी लिखीं थी।

★ The Idea Of ​​Forming a Society (सोसाइटी बनाने का विचार)

इटली में हुए इस घटना के 3 साल बाद जॉन हेनरी डिनैंट ने अपने अनुभव को एक किताब का शक्ल देते हुए अपने किताब का नाम 'A memory of solferino' (सोलफेरिनो की एक स्मृति) देकर प्रकाशित कराया।

अपने लिखें इस पुस्तक में उन्होंने एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय सोसायटी की स्थापना का सुझाव दिया। उन्होंने इस किताब में एक ऐसी सोसायटी का सुझाव दिया जो युद्ध में घायल हुए लोगों का इलाज कर सके तथा इस सोसायटी का उद्देश्य होगा, जो किसी भी देश की नागरिकता के आधार पर नहीं बल्कि मानवीय आधार पर लोगों के लिए काम करे। जॉन हेनरी डिनैंट के इस सुझाव पर किताब के प्रकाशित होने के 1 साल बाद ही अमल किया गया।

★ Nobel Peace Prize (नोबेल शांति पुरस्कार)

जॉन हेनरी डिनैंट जो रेड क्रॉस सोसायटी के संस्थापक थे, उनको साल 1901 में मानव सेवा के कार्यों के लिए पहला नोबेल शांति पुरस्कार मिला था।

★ Red Cross (रेड क्रॉस)

रेड क्रास यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। रेड क्रॉस का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा में है। रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति और कई राष्ट्रीय समाज इसका संचालन करती है।

★ Red Cross Society Aims (रेड क्रॉस सोसायटी का उद्देश्य)

इस सोसायटी का मुख्य उद्देश्य है युद्ध या विपदा के समय होने वाली कठिनाइयों से लोगों को राहत दिलाना। इसके अलावा यह सोसायटी प्राथमिक सहायता, स्वास्थ्य और समाज सेवा, आपातकाल में मदद तथा शर्णार्थीयों की सेवा करने में मदद करता है।


इसके अलावा रेड क्रॉस सोसायटी Blood Bank (रक्त बैंक) से लेकर विभिन्न तरह की स्वास्थ्य (Health) और समाज सेवाओं (Social Works) में अपनी भूमिका निभाता है।

आपलोगों की जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर के लगभग 210 देश इस रेड क्रॉस सोसायटी संस्था से जुड़े हुए हैं।

★ Principles of Red Cross Society (रेड क्रास सोसायटी के सिद्धांत)

इस सोसायटी के 7 प्रमुख सिद्धांत हैं, जो इस तरह है- 

1. निष्पक्षता (Fairness)
2. मानवता (Humanity)
3. स्वतंत्रता (Freedom)
4. तटस्थता (Neutrality)
5. एकता (Integration, Unity)
6. स्वैच्छिक (Voluntary)
7. सार्वभौमिकता (Universality)

★ 16 Countries Adopted Red Cross Doctrine (16 देशों ने अपनाया रेड क्रॉस सिद्धांत)

रेड क्रॉस के सिद्धांत को लेकर फरवरी 1863 में जेनेवा पब्लिक वेल्फेयर सोसायटी ने एक कमेटी का गठन किया। 

इस कमेटी की अनुशंसा (Recommendation) पर अक्टूबर 1863 में एक विश्व सम्मेलन (World Conference) किया गया। इस सम्मेलन में 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए तथा इस सम्मेलन में कई प्रस्तावों और सिद्धांतों को अपनाया गया। इसके बाद साल 1876 में इस कमेटी ने International Committee of the Red Cross (ICRC) यानि रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति का नाम अपनाया।

★ First And Second World War (प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध)

ICRC नामक इस अंतर्राष्ट्रीय समिति का नाम प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में अधिक चर्चा में रहा। प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद रेड क्रॉस संधि (Red Cross Pact) मनाने का प्रस्ताव लाया गया।


प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान और उसके बाद रेड क्रॉस ने 20 लाख यूद्धबंदियों की जानकारी का Record (सूचना) अपने पास जमा किया। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद रेड क्रॉस में बहुत से बदलाव आए।


इसके बाद साल 1934 में टोक्यो में 15वीं अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (15th International Conference) में बहुत से संधि प्रस्तावों को माना गया। द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) में जर्मनी का अलग रेड क्रॉस था जिसने अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस कमेटी (International Red Cross Committee) को कोई सहयोग नहीं दिया था। इसी कारण वह लाखों युद्धबंदियों की जानकारी हासिल करने में नाकाम रही।

★ First Red Cross Day Celebrated In The Year 1948 (साल 1948 में मना पहला रेडक्रॉस दिवस)

पहला रेड क्रॉस डे, हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिन पर साल 8 मई 1948 को मनाया गया जिन्हें साल 1901 में नेबेल शांति पुरस्कार मिला था। जिस तरह से इस रेड क्रॉस संस्था ने अपने लंबे इतिहास में बिना किसी एक देश के प्रति निष्ठा दिखाए मानवता के प्रति निष्ठा दिखाई है, आज पूरी दुनिया कोरोना महामारी से गुजर रही है तो ऐसे में सभी को उसी संस्था की सबसे ज्यादा जरूरत है।

★ Even Today, The Service Is Ready (आज भी सेवा को है तत्पर)

आज जहां दुनिया भर में कोरोना के वैक्सीन बनाने वाले देशों से पेटेंट में छूट की मांग की जा रही है। इससे यह साफ दिखाता है कि अब इस दुनिया को मानवता के लिए फिर उसी तरह से एकजुट होना है जैसे की रेड क्रॉस सोसाइटी होती है।


इस कोरोना महामारी के वक़्त में मास्क बांटना हो या ग्लब्स बांटना हो या फिर ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता हासिल करनी हो, ये रेड क्रॉस सोसायटी कोरोना महामारी के खिलाफ उसी तरह अपनी सेवाएं दे रही है जैसे वह युद्ध के समय में देती है।


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