बौना ग्रह (Dwarf Planet In Hindi) एक ऐसा आकाशीय पिंड होता है जो किसी अन्य ग्रह की परिक्रमा नहीं करता है यह वह पिंड है जो ग्रह की श्रेणी में आने के लिए बहुत छोटे हैं तथा उनको दूसरे छोटे पिंडों की श्रेणी में भी नहीं डाला जा सकता।
बौना ग्रह (Dwarf Planet Facts In Hindi) का निर्धारण उसका करीब से अवलोकन करके किया जाता है। आधा दर्जन बौने ग्रहों में कम से कम एक चंद्रमा अर्थात उपग्रह उपस्थित है।
आकाशीय पिंडों को तीन भागों में विभाजित किया गया है- बौना ग्रह, उपग्रह और ग्रह।
बौना ग्रह की अवधारणा का इतिहास
1801 में Mars (मंगल) और Jupiter (बृहस्पति) के बीच उपस्थित क्षुद्रग्रह (Asteroid) ग्रहों की खोज से पहले उनको ग्रह माना जाता था। 1851 तक ग्रहों की संख्या 23 तक मानी जाने लगी।
1930 में यम की खोज के बाद सौरमंडल में 9 ग्रह माने जाने लगे।
यम (प्लूटो) को लगभग 50 वर्षों तक बुध से बड़ा माना जाता था।
यम के उपग्रह की खोज 1978 में हुई। इससे यम (प्लूटो) के द्रव्यमान के आकार का आंकलन करना आसान हो गया। तब यह पता चला कि यम (प्लूटो) के आकार का जो पुराना आकलन था वह उससे छोटा था।
इसका वजन (भार) पृथ्वी (Earth) के चंद्रमा (Moon) से 5 गुना और बुध (Mercury) से 20 गुना कम था। पर यह क्षुद्रग्रह(Asteroid) पट्टिका के सीरीस से 10 गुना अधिक बड़ा था।
हमारे सौरमंडल में 5 पिंडों को बौना ग्रह की संज्ञा दी गई है-
1. यम (प्लूटो)
2. सीरीस
3. हउमेया
4. माकेमाके
5. एरिस
एरिस सबसे बड़ा बौना ग्रह है।
आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.