सौरमंडल के काइपर घेरे में स्थित माकेमाके एक बोना ग्रह हैं। IAU (अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ) द्वारा रखा गया इसका औपचारिक नाम "136472 माकेमाके" है।
हमारे सौरमंडल का यह तीसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है। माकेमाके का औसत व्यास:- लगभग 1360-1460 किलोमीटर के आसपास है। माकेमाके का व्यास यम (प्लुटो) का लगभग तीन चौथाई है। माकेमाके का एक उपग्रह है। माकेमाके की खोज 2005 में हुई थी।
माकेमाके की कक्षा और परिक्रमा (घूर्णन)
माकेमाके की दूरी सूर्य से लगभग 52 खगोलीय इकाई(6.7 अरब किमी) है।
माकेमाके का परिक्रमा सौर मंडल के चपटे चक्र से 29 डिग्री के कोण पर है।
सूर्य की एक पूरी परिक्रमा करने में माकेमाके को 301 वर्ष का समय लग जाता है।
माकेमाके का रंग-रूप मौसम
इस बौने ग्रह पर बहुत ही ठंड है और इसका औसत तापमान -32 डिग्री सेल्सियस(30 केल्विन) के आसपास है, जिस वजह से इसकी सतह पर मीथेन, ईथेन और शायद नाइट्रोजन गैसों की जमी हुई बर्फ की मोटी तह है।
इसी बर्फीली सतह की वजह से माकेमाके का एल्बिडो 0.7 है, जो काफी अधिक माना जाता है।
इन जमी हुई गैसों की वजह से संभावना यह है कि जब माकेमाके परिक्रमा करता हुआ सूर्य से थोड़ा पास आ जाता है तो यह सीमित मात्रा में उबलकर इस बौने ग्रह(माकेमाके) पर एक पतला वायुमंडल बना देता है। लेकिन जब माकेमाके सूर्य से दूर होता है तो संभावना अधिक है कि यह वायुमंडल जमकर बर्फ की तरह सतह पर गिर जाता है।
माकेमाके का नामकरण या नाम का स्रोत
पोलिनेशिया क्षेत्र के ईस्टर द्वीप के धर्म में एक देवता थे जिनको मानव जाति की सृष्टि करने का श्रेय दिया जाता था। उन्हीं के नाम पर इस बौने ग्रह का नाम माकेमाके रखा गया।
माकेमाके से जुड़े रोचक तथ्य
> माकेमाके की खोज 31 मार्च 2005 माइकल ई. ब्राउन, चाड ट्रुजिलो और डेविड राबिनोवित्ज के द्वारा खोजी गई।
> माकेमाके का एक उपग्रह है।
> यह सौरमंडल का तीसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है।
> सूर्य से औसत दूरी 7.8 अरब किलोमीटर है।
Nice jaankari hai, sir
ReplyDeleteNice jaankari hai, sir
ReplyDeleteआप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.