Fresh Article

Type Here to Get Search Results !

Mars Planet ! मंगल ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य व् पूरी जानकारी

1
मंगल ग्रह (Mars Planet In Hindi) सूर्य से चौथा तथा सातवां बड़ा ग्रह पृथ्वी से इसकी आभा रक्तिम दिखती है। जिस वजह से इसे "लाल ग्रह" के नाम से भी जाना जाता है।


हमारे सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत ओलंपस मोनस इसी ग्रह पर स्थित है। साथ ही विशालतम कैन्यन वैलेस मैरीनोरिस भी यहीं स्थित है

सौरमंडल के ग्रह दो तरह के होते हैं

1. स्थलीय ग्रह- जिनमें जमीन होते हैं।

2. गैसीय ग्रह- इस ग्रह में अधिकतर गैस ही गैस होते हैं।


पृथ्वी की तरह मंगल (Mars Photos) भी एक स्थलीय धरातल वाला ग्रह है। अपनी भौगोलिक विशेषताओं के अलावा मंगल का घूर्णन का काल और मौसमी चक्र पृथ्वी के समान है। मंगल ग्रह पर जीवन होने की संभावना है। मंगल ग्रह की सतह पर आयरन ऑक्साइड काफी मात्रा में है। जिसके कारण इसका रंग अधिक लाल है,अतः इसे "रेड प्लेनेट" के नाम से भी जाना जाता है।

मंगल ग्रह (Mars In Hindi) का अपना मैग्नेटिक क्षेत्र नहीं है। यह Terrestrial ग्रह है,जिसका वायुमंडल बहुत पतला है। मंगल ग्रह की सूर्य से औसतन दूरी लगभग 22 करोड 79 लाख किलोमीटर है। इस ग्रह का व्यास तकरीबन 6794 किलोमीटर है।

पृथ्वी के दिन के हिसाब से सूर्य की परिक्रमा करने में मंगल 687 दिन लगाता है। मंगल के दो चंद्रमा है- फोबोस एवं डीमोस। गैलीलियो ने अपने टेलीस्कोप के द्वारा इस ग्रह की खोज की थी।

मंगल ग्रह की भौतिक विशेषताएं ! Physical Features Of Mars Planet

मंगल पृथ्वी के व्यास का लगभग आधा है। यह पृथ्वी से कम घना है इसके पास पृथ्वी का 15% आयतन और 11% द्रव्यमान है। मंगल के सतह में बहुत ज्यादा अवस्था में आयरन सहित खनिज पाए जाते हैं।

यहां पर ठंडे एवं पतले वायु मंडल होने के कारण तरल जल यहां ज्यादा देर तक स्थिर नहीं रह पाता। ओलंपस मोनो नामक पहाड़ 27 किलोमीटर लंबा है।

दूसरी तरफ कैन्यन वैलेस मैरीनोरिस नामक एक घाटी है जो 10 किलोमीटर गहरा है और 4000 किलोमीटर चौड़ा है, मंगल ग्रह पर ही हैं। मंगल ग्रह की सतह का लाल नारंगी रंग लौह ऑक्साइड (फेरिक ऑक्साइड) के कारण है, जिसे सामान्यतः हेमेटाईट या जंग के रूप में जाना जाता है। 

सबसे विशालतम ज्वालामुखी ओलंपस मोनस मंगल पर ही स्थित है। इसका व्यास 600 किलोमीटर है। ओलंपस मोनस एक ढाल के रूप में मंगल ग्रह पर विराजमान है जो बहते हुए लावा के सूख जाने पर बने होंगे।

वैज्ञानिकों का मानना है कि कैन्यन वैलेस मैरीनोरिस का निर्माण क्रस्ट भाग के खिंचाव और फैलाव से हुआ होगा। मंगल ग्रह का औसत तापमान -60 डिग्री सेल्सियस है। मंगल ग्रह पर शीतकालीन मौसम के दौरान तापमान -125 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहां पर शीतकालीन मौसम के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड गैस जम जाता है।

मंगल ग्रह का भू-विज्ञान ! Geology Of Mars Planet

यह ग्रह सिलिकॉन और ऑक्सीजन युक्त खनिज धातु और अन्य तत्वों को शामिल करता है जो आमतौर पर ऊपरी चट्टान बनाते हैं। मंगल ग्रह (Mars With Life) की सतह लौह ऑक्साइड धूल के बारीक कणों द्वारा गहराई तक ढंकी हुई है।

ग्रह के भीतर में मौजूदा मॉडल लगभग 1897 +_ 45 किलोमीटर त्रिज्या के कोर क्षेत्र दर्शाते हैं जो मुख्य रूप से लौह और 14-14 प्रतिशत सल्फर युक्त निकल से बना है। सिलिकॉन और ऑक्सीजन के अलावा मंगल की पपर्टी बहुतायत में पाए जाने वाले तत्व लोहा, मैग्निशियम, एलमुनियम, कैल्शियम और पोटेशियम है। 125 किलोमीटर की अधिकतम मोटाई के साथ ग्रह की पपर्टी की औसत मोटाई लगभग 50 किलोमीटर है। सौर प्रणाली निर्माण के दौरान मंगल की रचना एक प्रसंभाव्य प्रक्रिया के परिणाम स्वरुप हुई थी।

मंगल की उत्तरी गोलार्ध में एक भारी संघात घाटी का प्रमाण है जो 10,800 किलोमीटर गुणा 4,500 किलोमीटर में फैली या करीबन चंद्रमा की दूरी दक्षिण-ध्रुव-ऐटकेन घाटी से 4 गुना बड़ी, अब तक कि खोजी गई सबसे बड़ी संघात घाटी है।

लगभग 4 अरब वर्ष पहले मंगल ग्रह प्लूटो आकार के पिंड द्वारा मारा गया था। यह घटना मंगल का अर्ध गोलार्ध विरोधाभास का कारण मानी जाती है। जिसने सपाट बोरेलिस घाटी रची जोकि ग्रह का 70% हिस्सा समाविष्ट करती है।

भू-वैज्ञानिक मंगल ग्रह के इतिहास को कई अवधियों में विभाजित करते हैं जो निम्नलिखित है-


नोएचियन काल (Noachian Period) - आज से 4.5 वर्ष पूर्व से लेकर 3.55 वर्ष पूर्व तक की अवधि है। इसके दौरान मंगल ग्रह के सबसे पुराने मौजूदा सतहों का निर्माण हुआ था।

हेस्पेरियन काल (Hesperian Period)- 3.5 अरब वर्ष पूर्व से लेकर 2.33 -3.3 अरब वर्ष पूर्व तक की अवधि, यह काल व्यापक लावा मैदानों के गठन द्वारा चिन्हित है।

अमेजोनियन काल (Amazonian Period)- 2.6-3.3 अरब वर्ष पूर्व से वर्तमान तक की अवधि है अमेजोनियन क्षेत्रों के कुछ उल्का संघात क्रेटर है। ओलंपस मोन्स इसी अवधि के दौरान बना था। अथाबास्का वैलेस पत्थर- सदृश्य लावा प्रवाहों के लिए लगभग दो अरब वर्ष पूर्व तक का बसेरा है।

 मंगल ग्रह की मृदा ! Soil Of Mars

आंकड़ों के मुताबिक मंगल ग्रह की मिट्टी को थोड़ा क्षारीय होना दर्शा रही है तथा मैग्नीशियम सोडियम पोटेशियम और क्लोराइड जैसे तत्वों को सम्मिलित करती है। मंगल की मिट्टी की एक 6.3 के क्षारीय पीएच है तथा लवण पर क्लोरेट के अंश सम्मिलित कर सकते है।

मंगल ग्रह का जल विज्ञान ! Hydrology Of Mars

मंगल ग्रह (Mars Water) पर वायुमंडलीय दबाव के कारण जल तरल रूप में मौजूद नहीं है। दो ध्रुवीय बर्फीली चोटियां मोटे तौर पर जल से बनी हुई नजर आती है। दक्षिण ध्रुवीय बर्फीली चोटी में जलीय बर्फ़ की मात्रा अगर पिघल जाए तो इतनी पर्याप्त जल है कि समुचित ग्रहीय सतह को 11 मीटर गहरे तक जल से ढक देगा।

मंगल ग्रह से जुड़े रोचक तथ्य ! Mars Planet Facts In Hindi

1. यूनानी लोग मंगल ग्रह को एरेस कहते हैं और इसे युद्ध का देवता मानते हैं।

2. मंगल ग्रह (Mars To Earth Distance) को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण चक्कर लगाने में पृथ्वी से 2 गुना समय लगता है।

3. मंगल ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव बेहद कम है यही कारण है कि इसकी सतह पर लंबे समय तक तरल पानी मौजूद नहीं रह सकता।

4. मंगल ग्रह की मिट्टी में लौह खनिज की जंग लगने के कारण यह लाल दिखता है।

5. मंगल का घनत्व पृथ्वी की तुलना में 100 गुना कम है।

6. मंगल ग्रह (Mars Facts) पर भेजे गए यानों ने जो जानकारियां दी है उनके अनुसार मंगल की सतह काफी पुरानी है तथा क्रेटरों से भरी हुई है।

7. क्रेटर किसी खगोलीय वस्तु पर एक गोल या लगभग गोल आकार के गड्ढे को कहते हैं।

8. मंगल पृथ्वी के व्यास के आधे से भी कम है।

9. मंगल ग्रह का ध्रुवीय व्यास 6,752 किलोमीटर द्रव्यमान 6.42*10^23 kg है।

10. मंगल ग्रह की सतह पर किसी द्रव वस्तु के बहने के साफ़ सबूत मिले हैं। मंगल ग्रह पर भेजे गए यानों के आंकड़ों के मुताबिक मंगल पर बड़ी झीलें या सागर भी रहे होंगे।

11. क्या आप लोग जानते हैं कि मार्च महीने का नाम mars से ही निकला है।

12. 1960 में मंगल ग्रह (Mars Satellite) पर पहला अंतरिक्ष यान लांच किया गया था लेकिन यह मिशन और सफल रहा।

13. मंगल ग्रह का औसतन तापमान माइनस 55 डिग्री सेल्सियस है। इसकी सतह का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से 133 डिग्री सेल्सियस तक बदलता रहता है।

14. मंगल ग्रह (Mars 2020) की सूर्य से दूरी 142 मिलियन मील है। 15. मंगल ग्रह पर एक दिन 24 घंटे 37 मिनट का होता है, और एक वर्ष 687 दिन का होता है।

16. मंगल के ध्रुवों पर पानी और कार्बन डाइऑक्साइड की बर्फ की परत है।

17. मंगल (Mars With Moon) के दो उपग्रहों फोबोस और डीमोस है।

18. फोबोस का आकार डीमोस से बड़ा है।

19. किसी व्यक्ति का वजन अगर पृथ्वी पर 100 kg है तो मंगल ग्रह पर कम गुरुत्वाकर्षण के कारण उसका वजन 37 किलोग्राम ही रह जाएगा।

20. फोबोस का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का 1000 वां हिस्सा ही है।

21. अगर किसी व्यक्ति का वजन पृथ्वी पर 100 kg है तो फोबोस पर उसका वजन 100 ग्राम ही रह जाएगा।

22. मंगल ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा की औसत गति 14.5 मील प्रति सेकंड है।

23. मंगल ग्रह की सतह से फोबोस की दूरी 6000 किलोमीटर है। तथा पृथ्वी की सतह से चांद की दूरी 3,84000 किलोमीटर है।

24. मंगल ग्रह का औसत घनत्व 3,933 किलोग्राम प्रति मीटर क्यूब है।

25. मंगल ग्रह पर ज्यादातर गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड, आर्गन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन गैस मौजूद है।

26. नासा jpl के मार्स ऑर्बिटर द्वारा मंगल की सतह पर हाल ही में कृमि जैसे एलियंस को देखा गया है। यह अंतरिक्ष यान पिछले 11 वर्षों से मंगल की परिक्रमा कर रहा है।

27. फोबोस का औसत व्यास 22.2 किलोमीटर है और डीमोस का व्यास 12.6 किलोमीटर है।

28. यूनानी लोग फोबोस को शुक्र ग्रह का बेटा मानते हैं।

29. फोबोस का ग्रीक भाषा में अर्थ होता है 'भय'। फोबिया शब्द फोबोस से ही बना है।

30. ग्रीक के लोग फोबोस को 'भय का देवता' मानते हैं।

31. मंगल सूर्य से लगभग 227,940,000 किलोमीटर दूर है।

32. युद्ध के रोमन देवता मार्स के नाम पर इस ग्रह का नाम मार्स प्लेनेट पड़ा।

33. फोबोस उपग्रह मंगल के आकाश में 1 दिन में दो बार उदय होकर अस्त होता है।

34. फोबोस हर 100 साल में 1.8 मीटर मंगल की ओर बढ़ जाता है।

35. मंगल ग्रह का राज जानने के लिए वर्तमान में 8 अभियान काम कर रहे हैं जिनमें से सात अमेरिका द्वारा और एक अभियान भारत द्वारा है।

36. मंगल ग्रह की सतह का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर पाए जाने वाला गुरुत्वाकर्षण का लगभग 37% है।

37. मंगल ग्रह का गुरुत्वाकर्षण कम होने के कारण मंगल ग्रह पर आप 3 गुना अधिक उछल सकते हैं।

38. मंगल ग्रह की अधिक जानकारी जुटाने के लिए अबतक 39 अंतरिक्ष मिशन किये गए,जिनमें से 16 ही सफल रहे।

39. नासा की एक कन्वेंशन रणनीति "seek sign of life" है। जिसे नासा वर्तमान में मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं को पता लगाने के लिए अनुसरण कर रहा है।

40. नासा के मुताबिक पृथ्वी से मंगल की यात्रा करने में लगभग ढाई साल लगते हैं।

41. मंगल ग्रह पर हर शाम छिपता सूरज नीले रंग का दिखाई देता है।

42. पृथ्वी और मंगल के बीच सूर्य के आने का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एक शब्द को "सौर संधि" कहते हैं।

43. क्या आप लोग जानते हैं कि प्राचीन बेबीलोनियों ने सप्ताह का निर्माण और एक सप्ताह को 7 दिनों में विभाजित इन ग्रहों के नाम के आधार पर किया था।

44. इसरो ने 24 सितंबर 2014 को मंगल ग्रह पर अपना पहला अंतरिक्ष मिशन सफल किया। यह मिशन  5 नवंबर 2013 को लांच किया गया था. अंतरिक्ष यान को मंगल की कक्षा में पहले प्रयास में स्थापित करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।

45. नासा द्वारा मंगल ग्रह (Mars Surface) पर 1975 में वाइकिंग-1 और 2 को इसकी सतह का अध्ययन करने के लिए भेजा गया था। लॉन्च की तारीख 20 अगस्त 1975 (वाइकिंग-1), 9 सितंबर 1975(वाइकिंग-2)।

46. पृथ्वी से मंगल ग्रह की औसत दूरी 22 करोड़ लाख किलोमीटर है।

47. पृथ्वी से मंगल ग्रह की कम से कम दूरी 5 करोड़ 46 लाख किलोमीटर और ज्यादा से ज्यादा दूरी 40 करोड़ 10 लाख किलोमीटर है।

48. मंगल ग्रह (Mars Attacks) पर उपलब्ध भूमि की सतह की मात्रा पृथ्वी पर उपलब्ध भूमि की सतह के लगभग बराबर है।

 Anokhagyan.in visit करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद, उम्मीद करता हूँ की आपलोग को आज का यह पोस्ट पसंद आया होगा | धन्यवाद 

Post a Comment

1 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.