होली का त्यौहार यह रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। होली का यब त्यौहार भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज भारत के अलावा विश्वभर में मनाया जाने लगा है।
★ होली त्यौहार का महत्व
होली त्यौहार का ये महत्व है कि यह त्यौहार प्रेम और रंगों का त्यौहार है। यह त्यौहार हर साल हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक बहुत ही बड़ा पर्व है। होली के त्यौहार को लगभग पुरे भारतवर्ष में लोग बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं।
यह होली का त्यौहार लोगों के अंदर जोश और उमंग का सार भर देता है। इस त्यौहार के दिन लोगों के बिच की दूरियां ख़त्म होती हैं और उनके बिच प्यार बढ़ता है। लोग होली के त्यौहार को अपने परिवारजनों, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिल कर बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
होली के त्यौहार के दिन लोग लाल गुलाल (Red Gulal) को प्यार (Love) और लगाव का प्रतिक (Symbol) मानते हैं। होली के दिन सबसे पहले लोग लाल रंग के गुलाल को एक दुसरे पर लगाते हैं।
लोग होली के दिन एक दुसरे पर पिचकारियों में भरे रंग और रंग भरे हुए गुब्बारों को एक दुसरे पर मारते हैं। होली के त्यौहार के दिन लोग अपने घरों में मालपुआ, गुजिया और कई प्रकार के स्वादिष्ट मिष्ठान यानी मिठाइयाँ बनाते हैं।
★ होली का त्योहार क्यों मनाया जाता है?
होली के त्यौहार को हर साल मनाने के पीछे बहुत सारे कारण हैं, जैसे-
> होली के त्यौहार को सबसे पहले बुराई पर अच्छाई के विजय के कारण मनाया जाता है।
> फागुन महीने के आगमन पर होली मनाया जाता है इसलिए इसका एक और नाम फग्वाह भी रखा गया है।
> होली के दिन ही असुर राजा हरिण्याकश्यप की बहन होलिका का दहन हुआ था।
> भगवान शिव ने कामदेव को भस्म करने के बाद जीवित किया था।
> इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने पहली बार राधा पर रंग डाला था।
> त्रैतायुग के प्रारंभ में भगवान विष्णु ने धूलि वंदन किया था।
> इसी दिन राजा पृथु ने राज्य के बच्चो को बचाने के लिए राक्षसी ढुंढी को लकड़ी जलाकर आग से मार दिया था।
> होली का त्यौहार भी दीपावली के त्यौहार की तरह ही एक पौराणिक त्यौहार है जो कई वर्षों से मनाया जा रहा है।
> प्राचीन काल के मंदिरों के दीवारों (Walls of temples) पर भी होली त्यौहार के मनाने के साक्ष्य पाए गये हैं।
> दोल पूर्णिमा के अगले दिन होली मुख्य तौर पर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में मनाया जाता है। इस दिन को 'दोल जात्रा' के नाम से भी जाना जाता है।
★ होली शब्द की उतपत्ति किससे हुई है?
> होली (Holi) शब्द की उतपत्ति ‘होला’ (Hola) शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है "भगवान् की पूजा करना'।
★ होली का त्यौहार कहाँ-कहाँ मनाया जाता है?
फागुन महीने में मनाया जाने वाला होली का ये त्यौहार भारत के साथ-साथ नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस के अलावा और भी कई देशों में मनाया जाता है। होली का यह त्यौहार बहुत ही रस्मों-रिवाजों से मनाया जाता है। इस दिन शाम को परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार एक साथ होलिका जलाते हैं और मिल कर उसके चारों और पारंपरिक गीत गाते हैं और नाचते हैं।
★ भारत के अन्य राज्यों में होली के त्यौहार को क्या कहते है?
1. उत्तराखंड और हिमाचल की होली
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में होली को भिन्न-भिन्न प्रकार के संगीत समारोह के रूप में मनाया जाता है। यहां के होली को बैठकी होली, महिला होली और खड़ी होली कहते हैं। यहां की कुमाउनी होली काफी प्रसिद्ध है।
2. मणिपुर और असम की होली
मणिपुर में होली के त्यौहार को योशांग या याओसांग कहा जाता हैं। मणिपुर में धुलेंडी वाले दिन को पिचकारी कहा जाता है। असम में होली को 'फगवाह' या 'देओल' के नाम जाना जाता हैं। त्रिपुरा, सिक्किम, नागालैंड और मेघालय में भी होली के त्यौहार की धूम रहती है।
3. तमिलनाडु और कर्नाटक की होली
तमिलनाडु के लोग होली को कामदेव के बलिदान के रूप में याद करते हैं। इसीलिए तमिलनाडु में होली को कामाविलास, कमान पंडिगई और कामा-दाहानाम कहते हैं। कर्नाटक में होली के त्यौहार को कामना हब्बा के रूप में मनाते हैं। तेलंगना तथा आंध्र प्रदेश में होली के त्यौहार को ऐसे ही मनाया जाता है।
4. ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल की होली
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में होली के त्यौहार को 'बसंत उत्सव' और 'डोल पूर्णिमा' के नाम से मनाया जाता है।
5. पंजाब और हरियाणा की होली
पंजाब में होली के त्यौहार को 'होला मोहल्ला' कहते हैं। वहीं हरियाणा में होली के त्यौहार को धुलैंडी या दुलंडी के नाम से जानते हैं।
6. गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा की होली
गुजरात में गोविंदा होली की धूम बहुत खास होती है। महाराष्ट्र में होली के त्यौहार को 'रंग पंचमी' और 'फाल्गुन पूर्णिमा' के नाम से जानते हैं। गोवा के मछुआरा समाज में होली के त्यौहार को शिमगा या शिमगो कहा जाता है। गोवा की स्थानीय भाषा यानी कोंकणी भाषा में इस होली के त्यौहार को शिमगो कहा जाता है।
7. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान की होली
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में होली के त्यौहार वाले दिन होलिका दहन किया जाता है, उसके अगले दिन धुलैंडी मनाया जाता हैं और यहां पांचवें दिन रंग पंचमी को धूम-धाम से मनाते हैं। यहां के रहने वाले आदिवासियों में होली के त्यौहार की एक अलग खास धूम होती है।
8. बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड की होली
बिहार और उत्तर प्रदेश में होली के त्यौहार को फाग, फगुआ और लठमार होली के नाम से जाना जाता हैं। उत्तरप्रदेश में खासकर वृंदावन, गोकुल, मथुरा, नंदगांव और बरसाना में होली के त्यौहार की एक अलग ही धूम होती है।
★ इस साल होली कब मनाया जाएगा?
इस साल होली 28 मार्च 2021 को भारत और पुरे विश्व भर में मनाया जायेगा।
★ होली त्योहार का इतिहास
होली का त्यौहार मनाने के पीछे एक बहुत प्राचीन (पुराना) इतिहास है। बहुत समय पहले हिरण्यकश्यप नामक एक असुर राजा हुआ करता था। उसकी एक दुष्ट बहन थी जिसका नाम होलिका था।
हिरण्यकश्यप अपने आप को भगवान मानता था। हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम प्रह्लाद था। प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को अपना दुश्मन मानता था। हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को भगवान विष्णु की भक्ति करने से कई बार रोका। लेकिन प्रह्लाद ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी।
प्रह्लाद की इस हठ से नाराज़ होकर हिरण्यकश्यप ने उसे जान से मारने का प्रयास किया। इसके लिए हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका से मदद मांगी। क्योंकि भगवान ब्रह्मा द्वारा होलिका को ये वरदान मिला था कि वो कभी जल नही सकती।
हिरण्यकश्यप का आदेश मिलने के बाद होलिका प्रह्लाद को लेकर जलती चिता में बैठ गई, लेकिन जिस पर भगवान विष्णु की कृपा हो उसे क्या हो सकता है। उस चिता की आग से प्रह्लाद को तो कुछ नही हुआ जबकि होलिका उस चिता की आग में जल कर भस्म हो गई।
★ होली का त्यौहार कब से मनाया जा रहा है?
> होली का त्यौहार कब से मनाया जा रहा है इसका तो कोई पूर्ण रूप से नही दे सकता है लेकिन ज्ञात रूप से यह त्योहार 600 ई. पू. से मनाया जाता रहा है। सिंधु घाटी की सभ्यता की खुदाई के वक़्त मिले उनके अवशेषों में भी होली के त्यौहार तथा दिवाली के भी मनाए जाने के साक्ष्य मिलते हैं।
● इतिहस के अनुसार होली का त्यौहार राधा कृष्ण के समय से मनाया जा रहा है।
आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.