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मुर्दों का शहर | रूस के इस रहस्यमयी शहर का क्या है राज

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हेलो दोस्तों आपलोगों ने अब तक बहुत सारी जगहों, शहरों के बारे में सुना या उन शहरों को देखा होगा, लेकिन आपलोग शायद इस शहर के बारे में जानते नही होंगे। ये शहर कुछ अजीब रहस्यों से भरा हुआ है इसलिए इस शहर को मुर्दों का शहर कहते है।

जी हां, रूस में एक ऐसी रहस्यमयी गांव हैं जिसे मुर्दों का शहर कहा जाता है। क्योंकि यहां आज तक जो भी आया वह कभी वापिस नहीं जा सका।

ये पूरी दुनिया अजीबों-गरीब रहस्यों से भरी हुई है। इस पूरी दुनिया में कई ऐसे खूबसूरत जगह हैं, जहां जाकर इंसान को वापस लौटने का मन भी नहीं करता, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रूस में एक ऐसी जगह भी है जहां जाकर आज तक कोई नहीं लौट सका है।

दरअसल, रूस का यह गांव रहस्यमयी गांव हैं इसलिए इस गांव को मुर्दों का शहर कहा जाता है। क्योंकि जो भी व्यक्ति इस गांव में आया वह कभी वापिस नहीं आ सका। हमलोग जिस गांव की बात कर रहे हैं वह गांव उत्तरी ओसेटिया के दर्गाव्स की है। यह गांव पूरी तरह से सुनसान और वीरान पड़ा हुआ है। इसलिए डर की वजह से इस जगह पर कोई भी व्यक्ति आता-जाता नहीं है।

उत्तरी ओसेटिया का यह जगह ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच छिपा हुआ है। रूस के इस गांव में सफेद पत्थरों से बने करीब 99 तहखाना नुमा मकान हैं, इन तहखाने नुमा मकानों में यहां के स्थानीय लोगों ने अपने परिजनों के शव को दफन किया था। इन तहखाना नुमा मकानों में से कुछ मकान तो चार मंजिला भी हैं।

★ 16वीं शताब्दी में बना था ये कब्रिस्तान

एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के इन कब्रों को 16वीं शताब्दी में बनवया गया था। यह शहर एक विशाल कब्रिस्तान की तरह है। यहां के इमारतों के बारे में ऐसा कहा जाता है कि ये इमारतें यहां के हर एक परिवार से संबंधित है, जिसमें सिर्फ उसी परिवार के सदस्यों को दफनाया गया है।

रूस के इस मुर्दों वाले शहर को लेकर और भी कई तरह की मान्यताएं हैं। इस जगह को लेकर लोगों का मानना है कि इन झोपड़ी नुमा इमारतों में जो आया वह यहां से कभी वापिस लौटकर नहीं गया। हालांकि, कभी-कभी कुछ पर्यटक रूस के इस जगह के रहस्यों को जानने के लिए आते रहते हैं।


★ यहां आत्माएं करती हैं नाव का इस्तेमाल

रूस के इस शहर में पहुंचना काफी मुश्किल है। क्योंकि उत्तरी ओसेटिया के इस दर्गाव्स जगह पर पहुंचने के लिए काफी पहाड़ियों के बीच कठिन रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। इस जगह पर मौसम भी हमेशा खराब ही रहता है, मौसम खराब होने की वजह से यहां सफर में कड़ी रुकावटें भी आती है।

पुरातत्वविदों के अनुसार, ओसेटिया के इस शहर में कब्रों के पास नावें भी मिली हैं। जिसके बाद यहां के स्थानीय लोगों के बीच नाव को लेकर यह मान्यता है कि आत्मा को स्वर्ग तक पहुंचने के लिए नदी पार करनी होती है, इसलिए शवों को नाव पर रखकर दफनाया जाता था।

पुरातत्वविदों को खोज करने पर यहां हर तहखाने के सामने एक कुआं भी मिला है। अब इन कुओं को लेकर भी यह कहा जाता है कि यहां के लोग अपने परिजनों को यहां दफनाने के बाद इस कुएं में सिक्का (Coin) फेंकते थे। इस सिक्के को कुएं में फेकने के पीछे का कारण यह था कि अगर सिक्का को फेंकने पर सिक्का तल में मौजूद पत्थरों से टकराता तो इसका मतलब यह होता था कि आत्मा स्वर्ग तक पहुंच गई।

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