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Independence Day 2021 ! स्वतंत्रता दिवस के बारे में पूरी जानकारी | Independence Day In Hindi

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स्वतंत्रता दिवस 2021 का महत्व, शायरी, भाषण, कोट्स |  Independence Day Shayari, Speech, Quotes, Poetry In Hindi

न जाने हमारे देशवासियों को क्या हो गया है? हमारी देशभक्ति राष्ट्र के दो पर्वों में सिमट के रह गई है। हमलोग ऐसा क्यों करते है कि अपना राष्ट्रभक्ति हम जनवरी और अगस्त (Republic Day And Independence Day) के महीने में ही दिखाते है। अपने राष्ट्र के प्रति हमलोग इसी दो दिन ही क्यों सोचते है।

आज हम सभी को स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए नही लड़ना है अपितु देश के अंदर छुपे आतंकवाद और भ्रस्टाचारियों से लड़ना है, जो मुखोटा पहने अंदर ही अंदर दीमक की तरह इस देश को खा रहे है।


आज के समय में अपने भारत देश को सच्चे देशभक्तों की जरूरत है क्योंकि यहां कौन अपना है कौन पराया है यह समझना बेहद ही मुश्किल है। आज के समय में ना ही अंग्रेज हमारा दुश्मन है और ना ही बॉर्डर पर हमलोगों को उतना खतरा है जितना हमारे देश में छुपे भ्रस्टाचारियों से है।

★ 2021 में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2021)

इस साल हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Date) मनाने जा रहे हैं। इस साल स्वतंत्रता दिवस का दिन रविवार के दिन आ रहा है. साथ में ही इस साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM. Narendra Modi) ने अपने भाषण के विषय को लेकर लोगों से सुझाव भी मांगे हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का कहना है कि लोग उन्हें बताए कि वो इस साल स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली के लाल किले से किस विषय पर भाषण दें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए लोगों से उनके ये सुझाव मांगे हैं और लोगों द्वारा उन्हें कई विषयों के सुझाव भी दिए जा रहे हैं।

★ स्वतंत्रता दिवस 2021 के मुख्य अतिथि (Chief Guest Of Independence Day 2021)

प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2020 In Hindi) के दिन हमारी सरकार द्वारा अन्य देश से किसी ना किसी व्यक्ति को बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर निमंत्रण दिया जाता है। हालांकि इस वर्ष 

14 जनवरी, 2021 को ही विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि गणतंत्र दिवस परेड के समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में कोई विदेशी नेता नहीं होगा। ऐसा पांच दशकों में पहली बार हुआ है कि देश में ऐसे शुभ अवसर पर सरकार द्वारा किसी भी व्यक्ति को मुख्य अतिथि के तौर पर नहीं बुलाया गया है।

★ राष्ट्रीय गान जागरूकता अभियान 2021 (National Anthem Awareness Campaign 2021)

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस (Independence Day In Hindi) के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय गान जागरूकता अभियान भी शुरू किया जाएगा और इस अभियान के माध्यम से लोगों को बताया जाएगा, कि वो किस तरह से हमारे देश का राष्ट्रीय गान गाएं। क्योंकि हमारे राष्ट्र में अभी भी कई ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें राष्ट्रीयगान के शब्द सही से बोलना नहीं आते हैं। ये राष्ट्रीय गान जागरूकता अभियान  सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े के नेतृत्व में शुरू होगा।

★ स्वतंत्रता दिवस 2021 पर निबंध (Essay On Independence Day 2021)

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस भारत के इतिहास का महत्वपूर्ण और गौरवशाली दिन है। इस वर्ष यानी 15 अगस्त 2021 को भारत देश की स्वतंत्रता को पूरे 75 साल पूरे हो जाएंगे। इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में लिखा गया एक ऐसा दिन जिस दिन भारत देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सब कुछ न्योछावर कर देने के बाद स्वतंत्रता का स्वाद चखा था।

भारत देश और इस देश की राजधानी के लिए एक ऐसा ऐतिहासिक दिन जब पहली बार दिल्ली में लाल किले पर आजादी के उपलक्ष्य में स्वतंत्रता का तिरंगा झंडा यानी हमारा राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया था। प्रत्येक भारतवासी आज भी हर साल 15 अगस्त के दिन को एक उत्सव के रूप में मनाते है।

★ प्रस्तावना (Preface)

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Hindi) का दिन यानी 15 अगस्त हमारे भारतीय लोकतंत्र और भारतीयों के लिए बहुत खास दिन है। क्योंकि स्वतंत्रता दिवस के दिन ही हमें अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी, लगभग 200 सालों बाद हमारा देश अंग्रेजों के अत्याचार और गुलामी से 15 अगस्त 1947 को पूर्ण रुप से आजाद हुआ था।

स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीयों के लिए बहुत खास और सुनहरा दिन होता है, और 15 अगस्त के दिन हम सभी मिलकर आजादी के इस दिन को बड़े जोश और धुमाधाम से मनाते है। आज हमारे देश की आजादी को 75 वर्ष हो गये है, पर आज भी आजादी के उन पलों को याद कर हमारी आँखे नम हो जाती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस का इतिहास (History Of Indian Independence Day)


अंग्रेजों का भारत आगमन (British Arrival In India)

शुरुआत में जब हमारा भारत देश बहुत ही पिछड़ा हुआ देश था तब आज के तकरीबन 400 वर्ष पहले ईस्ट इंडिया कंपनी जो अंग्रेजों द्वारा बनाई गई थी, वो भारत में व्यापार करने के लिए आई। उन दिनों हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान और बाग्लादेश भारत का ही हिस्सा हुआ करता था। अंग्रेज जब भारत आया तो वह अपने व्यापार के साथ-साथ लोगों की गरीबी, लोगों की मजबूरी और उनकी कमजोरीयों को परखने लगे, और उनकी मजबूरियों का फायदा उठाने लगे।


फिर एक बार समय ऐसा आया जब अंग्रेजों ने धीरें-धीरें भारतीयों के मजबूरियों का लाभ उठाकर उनको गुलाम बनाता गया और उन पर अत्याचार करना शुरु कर दिया। ये अंग्रेज मुख्य रुप से गरीब और मजबूर लोगों को अपने कर्ज तले दबा देते थे।

गरीब और मजबूर लोगों के कर्ज न चुकाने पर वो उन्हें अपना गुलाम बनाकर उनपर अपना मनमाना काम और अत्याचार करने लगे। अंग्रेज एक-एक करके भारत के सम्पूर्ण राज्यों और उनके राजाओं को अपने अधिन करते चले गए, और लगभग सम्पूर्ण भारत पर अपना नियंत्रण कर लिए।

अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर अत्याचार (Atrocities On Indians By The British)

अंग्रेज धीरे-धीरे तो सम्पूर्ण भारत पर कब्जा तो कर ही लिया था इसके साथ ही भारत पर कब्जा करने के दौरान वे लोगों पर अपना मनमाना अत्याचार करने लगे, जैसे लगान वसूली, उनके खेतों और आनाजों पर कब्जा कर लेना, इत्यादि। इसके कारण भारतवासियों को उनका बहुत अत्याचार सहना पड़ता था। जब वे अंग्रेजों द्वारा किये जा रहे अत्याचार का विरोध करते थे तो उन्हे गोलियों से भुन दिया जाता था जैसे कि जलियावाला कांड (13 अप्रैल 1919) हुआ।

अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ भारतीयों का गुस्सा (Indian Anger Against British Rule)

भारतीयों के प्रति अंग्रेजों का रवैया और उनका अत्याचार दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा था और भारतीयों में अंग्रेजों के प्रति गुस्सा और बदले की आग भी बढ़ती जा रही थी। अंग्रेजों के इस बर्बरता पूर्ण रवैये की आग पहली बार सन् 1857 में मंगल पांड़े के विद्रोह के रुप मे देखा गया। मंगल पांडे के इस विद्रोह के कारण उन्हें मार दिया गया, इससे लोगों में अंग्रेजों के प्रति गुस्सा और बढ़ता गया और ये गुस्सा नए-नए आंदोलनों के रुप सामने आने लगा।

आजादी की मांग (Demand For Freedom)

अंग्रेजों के ऐसे व्यवहार और भारतीयों के प्रति बढ़ते अत्याचार को लेकर लोगों में गुस्सा और अपने आजादी की मांग सामने आने लगी। जिसके चलते कई सारे आंदोलन हुए और ब्रिटिश शासन के खिलाफ झड़प की घटनाएं बढ़ती रही। आजादी की मांग सबसे पहले मंगल पांडे ने वर्ष 1857 में विरोध करके किया, और इस वजह से उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी। धीरे-धीरे ब्रिटिश शासन के अत्याचार से आजादी के मांग की आवाजें भारत के अन्य जगहों और स्थानों से भी आने लगी।

स्वतंत्रता के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का महत्वपुर्ण योगदान (Important Contribution Of Freedom Fighters For Freedom)

अंग्रेजों के अत्याचार से भारत को पूर्ण रूप से मुक्ति दिलाने के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों (Freedom Fighters Of India) ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है, उन स्वतंत्रता सेनानियों में से सबसे अतुल्य योगदान महात्मा गांधी का रहा है। भारत पर लगभग 200 सालों से शासन कर रहे अंग्रेजी हुकूमत को गांधीजी ने सत्य और अहिंसा जैसे दो हथियारों से हारने पर मजबूर कर दिया।

गांधीजी ने सत्य और अहिंसा को ही अपना हथियार बनाया और इसके लिए लोगों को भी प्रेरित किया और लोगों को सत्य और अहिंसा को अपनाकर अंग्रेजो के अत्याचार के खिलाफ लड़ने के लिए कहा। देश के लोगों ने इस आंदोलन में गांधीजी का पूरा साथ दिया और आजादी मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

कुछ अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का आजादी में योगदान (Contribution Of Some Other Freedom Fighters In Freedom)

हालाँकि स्वतंत्रता संग्राम (Freedom Struggle) की लड़ाई में पूरे भारतवर्ष ने ही अपने तरीके से कुछ न कुछ अवश्य योगदान दिया, किन्तु कुछ ऐसे व्यक्ति भी थे जिन्होंने अपने नेतृत्व, रणनीती और अपने कौशल का परिचय देते हुए आजादी की लड़ाई में आपना एक अहम योगदान दिया। वे लोग कुछ इस तरह है- 

1. महात्मा गांधी
2. जवाहर लाल नेहरु
3. सरदार बल्लभ भाई पटेल
4. बाल गंगाधर तिलक 

आदि। इनके जैसे और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों (Freedom Fighters List) ने भी लोगों से साथ मिलकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इन स्वतंत्रता सेनानियों में कुछ ने मुख्य रुप से सत्य और अहिंसा को अपनाकर अपनी लड़ाई को जारी रखा।


वही दुसरी ओर कुछ ऐसे भी स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसा के बदले हिंसा का रास्ता अपनाया, जिन्हें एक क्रांतिकारी का नाम दिया गया। ये क्रांतिकारी मुख्य रुप से किसी संस्था से जुड़कर अंग्रेजी शासन के खिलाफ लड़ाई को लड़ते रहे। इन स्वतंत्रता सेनानियों में मुख्य रुप से थे-

1. मंगल पांड़े
2. चन्द्रशेखर आजाद
3. भगत सिंह
4. राजगुरु
5. सुखदेव

इत्यादि कई ऐसे क्रांतिकारी हुए जिन्होंने अपने तरीके से स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया।

इन्हीं सभी क्रांतिवीरों के अडिग दृढ़ शक्ति और आजादी के प्रयासों ने ब्रिटिश हुकुमत को हिलाकर रख दिया, और 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबुर कर दिया। इस ऐतिहासिक दिन को ही हम लोग संवतंत्रता दिवस (Independence Day 2021) के रुप मे मनाते है।

आजादी का जश्न (Freedom Celebration)

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और भारतवासियों के अथक प्रयासों और उनके बलिदान के पश्चात, 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजी शासन और अंगेजों के अत्याचार और गुलामी से हमें मुक्ति मिली, तब से लेकर आज तक इस ऐतिहासिक दिन को हम लोग आजादी के पर्व के रुप मे मनाते है। आजादी के इस राष्ट्रीय पर्व को पूरे देशभर में मनाया जाता है। पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Of India) के दिन सभी सरकारी, निजी संस्थानों, स्कुलों, आफिसों और बाजारों में भी जश्न की रौनक देखी जा सकती है।

15 अगस्त 1947 का वह एक ऐसा ऐतिहासिक दिन था जो यादगार होने के साथ-साथ बेहद भावुक कर देने वाला भी है। 15 अगस्त के दिन पहली बार पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने जो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में जाने गए, इस देश के नागरिकों को संबोधित किया और देश का गौरव भारतीय झंडा तिरंगे को लहराया। इस प्रथा को 15 अगस्त 1947 (15 August Independence Day) को प्रारंभ किया गया था जिसे स्वतंत्रता दिवस के नाम से जाना जाता है। तिरंगे को फहराने की इस प्रथा को आज तक प्रत्येक प्रधानमंत्री द्वारा निभाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Quotes In Hindi) का समारोह का यह जश्न दिल्ली के लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे (National Flag Of India) को फहराया जाता है और इस दिन कई अन्य सांसकृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है। इस दिन पूरे भारतवर्ष के सभी लोग देश भक्ति के माहौल मे डूबकर जश्न मनाते है।

निष्कर्ष (Conclusion)

15 अगस्त का दिन यानी स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय दिवस के रुप मे जाना जाता है, और इस दिन को हम सभी आजादी के दिन के रुप मे प्रत्येक वर्ष मनाते है। सभी सरकारी संस्थानों, स्कूलों और बाजारों मे इसकी रौनक देखी जाती है, और हमारे देश के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है। चारों तरफ बस देशभक्ति की आवाज़ें ही सुनाई देती है, स्वतंत्रता दिवस के दिन हम आपस में एक दुसरे से मिलकर आजादी की मुबारकबाद देते हैं और उनका मुंह मीठा कराते है।

★ स्वतंत्रता दिवस पर क्या होता है? (How To Celebrate Independence Day Of India)

प्रत्येक साल, भारत के प्रधानमंत्री (Prime Minister Of India) द्वारा दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया जाता हैं और प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को सम्बोधित किया जाता हैं, जिसके बाद एक सैन्य परेड होती है। भारत के राष्ट्रपति (President of India) भी देश के नाम एक संदेश देते हैं। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर, इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है।

15 अवस्त के दिन पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है, जिसमें सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय, बैंक, विद्यालय, शिक्षण संस्थान और डाकघर आदि सभी बंद रहते हैं। इस दिन सभी भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ध्वजारोहण (flag hoisting 2021) समारोह, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ स्वतंत्रता दिवस को मनाते है।

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस की तैयारी एक महीने पहले से शुरू हो जाती है। स्कूल और कॉलेजेस में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं, वाद-विवाद, भाषणों और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं (quiz competitions) का आयोजन करते हैं।

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★ स्वतंत्रता दिवस का महत्व (What Is Independence Day Importance Significance)

वर्ष 1757 में, ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा प्लासी के युद्ध में बंगाल के अंतिम नवाब को हराया गया, जिसने भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत को चिह्नित किया। भारतीय विद्रोह कहिए या भारतीय स्वतंत्रता का पहला युद्ध वर्ष 1857 में हुआ था जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक प्रमुख असफल विद्रोह था।

इसके बाद वर्ष 1885 में, भारत की पहली राजनीतिक पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) का गठन किया गया था। और वर्ष 1918 में प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद, भारतीय कार्यकर्ताओं ने स्व-शासन या 'स्वराज' का आह्वान किया।

वर्ष 1929 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) ने लाहौर की एक सभा में 'पूर्ण स्वराज' या भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की। अंत में, ब्रिटिश सरकार और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच सत्र और बैठकों की एक श्रृंखला के बाद, लॉर्ड माउंटबेटन, जिन्होंने पूर्व-स्वतंत्र भारत के अंतिम वायसराय के रूप में कार्य किया, ने इस प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की। और 15 अगस्त 1947 के दिन, लॉर्ड माउंटबेटन ने ब्रिटिश भारत को दो नए स्वतंत्र राष्ट्रों में विभाजित किया; भारत और पाकिस्तान।

इसके बाद से प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन, भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा कई सार्वजनिक स्थानों पर फहराया जाता है; प्रधानमंत्री द्वारा इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को मनाने के लिए दिल्ली के लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जैसा कि मैंने आपलोगों को ऊपर ही समझाया है। इस दिन दिल्ली के लाल किले पर ध्वजारोहण यानी Flag Hoisting 2021 समारोह के साथ ही, परेड और लोक-नृत्य की प्रस्तुतियां भी होती हैं। 15 अगस्त के दिन राष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में कई उत्सव होते हैं।

स्कूलों और कॉलेजों सहित कई सारी शैक्षणिक संस्थान, स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक महत्व के बारे में छात्रों को ज्ञान प्रदान करने के लिए एक विशेष समारोह की मेजबानी करते हैं। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर को मनाने के लिए बच्चे तिरंगे वाली पतंग उड़ाते हैं।

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★ स्वतंत्रता दिवस का प्रतीक (What Is The Symbols Of Independence Day Of India)

हमारी स्वतंत्रता दिवस का प्रतीक पतंगबाजी का खेल है। स्वतंत्रता दिवस के दिन आसमान को भारत की स्वतंत्र आत्मा का प्रतीक बनाने के लिए भारत के विभिन्न जगहों से उड़ाई गई अनगिनत पतंगों के साथ बिताया जाता है। बाजार में तिरंगे सहित विभिन्न शैलियों, आकारों और रंगों की पतंगें उपलब्ध हैं। दिल्ली में लाल किला भारत में एक महत्वपूर्ण स्वतंत्रता दिवस का प्रतीक भी है क्योंकि यहां पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को भारत के राष्ट्र ध्वज तिरंगे का अनावरण किया था।


भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के शीर्ष पर गहरे केसरिया (केसरिया) का एक क्षैतिज तिरंगा है, मध्य में सफेद और अंत में बराबर अनुपात में गहरे हरे रंग में है। ध्वज की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। सफेद पट्टी के केंद्र में एक नीले रंग का चक्र है, जिसमें 24 तीलियाँ है, जो इस बात का प्रतीक है कि भारत निरंतर प्रगतिशील राष्ट्र है। इस चक्र का डिज़ाइन उस पहिये का है जो अशोक के सारनाथ शेर राजधानी के एबेकस पर दिखाई देता है।

15 अगस्त पर शायरी, कविता (Independence Day Shayari, Poetry In Hindi)

#1

मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है,
है दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान,
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
हैं मेरा बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान।

#2

चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले,
जिसमें बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले।

#3 

दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!

#4 

हल्की सी धूप बरसात के बाद,
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद…

#5

रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..

#6

कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहब,
सरहदें कूद के आते हैं यहां दफ़न होने के लिए।

#7

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!

#8

ना पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी हैं
हमारी पहचान तो सिर्फ ये हैं
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।

#9

आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !

#10

आओ झुक कर सलाम करे उनको… जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है; खुशनसीब होते है वो लोग खून जिनका वतन के काम आता है! स्वतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!”

#11

लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा, 
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा ,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे,
मेरा कि मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा

#12

जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है 
तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ

#13

मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ,

स्वतंत्रता दिवस कोट्स ! 15 August (Independence Day) Quotes In Hindi

#1

“उस धरती पे मैंने जनम लिया, ये सोच के मैं इतराता हूँ, भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ…!!!”

#2

“देशभक्ति का मतलब सिर्फ ध्वज को लहराना नहीं हैं, बल्कि अपने देश को मजबूत और सशक्त बनाने में सहायता करना भी हैं।

#3

“भारत माता तेरी गाथा सबसे ऊँची तेरी शान, तेरे आगे शीश झुकाएं दें तुझको हम सब प्रणाम!”

#4

जो भरा नहीं है भावों से
बहती जिसमें रसधार नहीं
वह हृदय नहीं वो पत्थर है
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं

#5

काले गोरे का भेद नहीं,
इस दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है

स्वतंत्रता दिवस से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About Independence Day)

1. 15 अगस्त 1947 का दिन ये वो दिन है जिस दिन हमारे भारत देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी, जहां पूरा राष्ट्र इस दिन को एक जश्न के रूप में मना रहा था, वहीं इस दिन के जश्न में महात्मा गांधी शामिल नहीं हो सके थे, क्योंकि उस वक़्त गांधीजी दिल्ली में नही थे बल्कि दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां गांधीजी हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक दंगे को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे। 
 
2. क्या आप जानते है कि भारत की आज़ादी से एक रात पूर्व यानी 14 अगस्त की मध्यरात्रि को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपना ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' दिया था। नेहरू जी द्वारा दिये गए इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना था लेकिन महात्मा गांधी ने उनके द्वारा दिये इस भाषण को नहीं सुना क्योंकि उस दिन वे जल्दी सोने चले गए थे।

3. प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले से झंडा फहराया जाता हैं, लेकिन 15 अगस्त 1947 के दिन  ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 16 अगस्त 1947 को दिल्ली के लाल किले से तिरंगा झंडा फहराया था।

4. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि 15 अगस्त 1947 तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण तय नहीं हुआ था। दोनों देशों के बीच सिमा रेखा का फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ जोकि भारत और पाकिस्तान की सीमाओं को निर्धारित करती थी।


5. आपकी जानकारी के लिए बता दूं की भारत 15 अगस्त को आजाद जरूर हो गया लेकिन उस समय भारत का अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। हालांकि रवींद्रनाथ टैगोर जी द्वारा 'जन-गण-मन' वर्ष 1911 में ही लिखा जा चुका था, लेकिन 'जन-गण-मन' भारत का राष्ट्रगान वर्ष 1950 में ही बन पाया।
 
6. क्या आप जानते है कि 15 अगस्त की तारीख हो ही    कांगो देश (1960), दक्षिण कोरिया (1945), बहरीन (1971) और लिचेंस्टीन (1866) का भी स्वतंत्रता दिवस होता है। हालांकि ये देश अलग-अलग वर्ष को आजाद हुए थे।

FAQs

प्रश्न : 2021 में स्वतंत्रता दिवस की वर्षगाँठ कौन सी है?

उत्तर : 75 वीं

प्रश्न : स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते है?

उत्तर : भारत को 15 अगस्त 1947 के दिन अपनी नीतियों पर पूरी तरह स्वतंत्रत देश का दर्जा 200 वर्षो के बाद प्राप्त हुआ था इसलिए इस दिन को आजादी के दिवस यानी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।

प्रश्न : पहला स्वतंत्रता दिवस कब मनाया गया?

उत्तर : 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज की घोषणा करते हुए पहली बार स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाया गया.

प्रश्न : कौन से क्षेत्र 15 अगस्त 1947 को आजाद नहीं हुए थे?

उत्तर : वो दो क्षेत्र है- जम्मू और कश्मीर

प्रश्न : कौन सा देश वर्ष 2011 में आजाद हुआ था?

उत्तर : सूडान देश 9 जुलाई 2011 को आजाद हुआ था।


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