हेलो दोस्तो आज हमलोग बाते करने वाले है अटलांटिस सभ्यता के बारे में, की किस प्रकार इतनी विकसित सभ्यता की समाप्ति हुई। अटलांटिस में क्या-क्या चीजें होती थी। अटलांटिस सभ्यता कितनी विकसित थी।
अटलांटिस को उस समय धरती की सबसे खुशहाल जगह माना जाता था। अटलांटिस में सोना (Gold) और चाँदी (Silver) के साथ ही बहुमूल्य पत्थरों की भरमार थी। द्वीप पर दूर-दूर तक हरे-भरे मैदान फैले हुए थे। अटलांटिस की मिट्टी बहुत उपजाऊ थी। बड़ी जनसंख्या में पशु-पक्षी थे। अटलांटिस में बड़े पैमानों पर फलों के बगीचे भी थे। उस समय शहर को पाँच क्षेत्रों में बाँटा गया था। इस प्रकार वहां की शासन व्यवस्था भी आदर्श थी।
★ आई बर्बादी
अटलांटिस सभ्यता के समय एक दिन ऐसा प्रलय आया और सबकुछ समाप्त हो गया। पूरी की पूरी सभ्यता का नामों-निशान ही मिट गया। असल में उस वक़्त वहाँ एक साथ कई आपदाओं ने हमला किया। इतिहास के अनुसार, वहाँ ज्वालामुखी (Volcano) फटा तो समुद्र के पानी से उठी ऊँची लहरों ने समूचे द्वीप को अपने में समा लिया। और इस तरह से पूरी की पूरी सभ्यता समाप्त हो गई।
प्रलय की शुरुआत ज्वालामुखी के फटने से हुई। ज्वालामुखी से निकली काली राख ने पूरे क्षेत्र में घोर अंधेरा कर दिया। अधिक मात्रा में समुद्र में ज्वालामुखी के राख मिलने से उसका रंग भी बदल गया। ज्वालामुखी (Volcano) से निकली बड़ी और गर्म चट्टानों (Hot rocks) की मानो तो उस समय बारिश ही होने लगी। ज्वालामुखी में कई जोर दार धमाके हुए।
★ वैज्ञानिकों का अंदाजा
वर्षों बाद भी वैज्ञानिक (scientist) इस घटनाक्रम की तह तक नहीं पहुँच पाए हैं। केवल अंदाजा ही लगाया जा रहा है कि उस समय 500 से 1000 एटम बम फटने जैसी स्थिति पैदा हुई थी, जिसकी वजह से पूरी की पूरी सभ्यता का सफाया हो गया। अटलांटिस सभ्यता का सफाया भी इतने बड़े स्तर पर हुआ कि आज तक उसका कोई सबूत नहीं मिल पाया है।
★ आशा की किरण
इस सिलसिले में जानकारों के सामने केवल एक द्वीप है, जिसे प्राचीन ग्रीक (Ancient greek) में कालीस्टे (Kaliste) कहा जाता था। वैज्ञानिकों का कथन है कि अटलांटिस सभ्यता के बारे में जानकारी के लिए ये कालीस्टे (Kaliste) ही एक मात्र अवशेष है, कालीस्टे ही है जो अटलांटिस के बारे में कुछ जानने की संभावना बनाए रखता है। हालाँकि कालीस्टे से भी अभी तक कोई उल्लेखनीय जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है।
★ प्लेटो की बात
अटलांटिस के बारे में यह कहानी प्लेटो की दी हुई है। प्लेटो ने ही यह बात लिखा था कि अटलांटिस स्वर्ग था। अटलांटिस में आलीशान महल और मंदिर थे, महलों और मंदिरों पर सोने-चाँदी की परतें चढ़ी होती थीं। मंदिरों की दीवारें और आधार स्तंभ भी बहुमूल्य धातुओं के बने होते थे। प्लेटो ने अटलांटिस में भगवान की एक मूर्ति का भी उल्लेख किया है, जो पूरी तरह से सोने की बनी है। सोने की इस मूर्ति के आगे रथ खिंचते छह घोड़े भी दिखाए गए हैं। इस मूर्ति को समुद्र के देवता के रूप में पूजा जाता था।
★ स्वर्ग में भी इंसानी फितरत
प्लेटो के बारे में ये भी कहा जाता है कि वे मानवीय स्वभाव के बहुत अच्छे जज थे। प्लेटो ने अटलांटिस को धरती का स्वर्ग तो करार दिया, लेकिन साथ ही वहाँ की नकारात्मक बातें (Negative things) भी लिखी हैं। प्लेटो ने एक जगह पर यह भी बताया है कि अटलांटिस सभ्यता के राजाओं ने अपने साम्राज्य का अधिक विस्तार करने के लिए दूसरे राज्यों पर हमले किए। अटलांटिस के राजाओं ने बड़ी संख्या में नरसंहार (Massacre) कर दूसरे इलाकों पर कब्जा किया। अटलांटिस के राजा केवल एथेंस से पार नहीं पा सके थे।
★ भगवान की सजा
प्लेटो के अनुसार, ऐसे काम के लिए भगवान ने अटलांटिस वालों को सजा भी दी। उस वक़्त यह सजा भुकंप, तुफान, बाढ़ और ज्वालामुखी के रूप में होती थी। इन प्राकृतिक आपदाओं (Natural disasters) से अटलांटिस को समय-समय पर काफी नुकसान पहुँचा। धीरे-धीरे करके एक दिन ऐसा ही प्रलय आया और पूरी की पूरी सभ्यता इतिहास बनकर रह गई।
★ क्या सही था प्लेटो
प्लेटो की लिखी हुई इस कहानी पर इतिहास के कई जानकारों ने सवाल उठाए हैं। जानकारों का सवाल है कि प्लेटो की कही इस बात को किस आधार पर सच मान लिया जाए?
आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.