Science चाहे कितनी भी तरक्की क्यों न करले, लेकिन अभी भी हमारे इस दुनिया में ऐसे बहुत सारे रहस्य है जिसके ऊपर से पर्दा उठना बाकी है। आज हमलोग उन्हीं रहस्यों में से एक के बारे में बातें करेंगें।
हमारी दुनिया के अनसुलझे रहस्यों में से एक है Voynich Manuscript (वॉयनिच पांडुलिपि)। दोस्तों वॉयनिच मैनुस्क्रिप्ट यह एक ऐसी किताब है जिसे आज तक कोई नही पढ़ सका है। तो चलिए इसके बारे में और अधिक बातें करते है।
हेलो दोस्तों अभी तक तो आप लोगों ने अलग अलग भाषाओं में बहुत सारी ऐसी किताबें होंगी जिन्हें आपलोगों ने पढ़ा भी होगा और समझा भी होगा। लेकिन क्या आपलोग जानते है की हमारे इस दुनिया में एक किताब ऐसी भी है जिसे आज तक तो न कोई पढ़ पाया और न ही कोई इस किताब को समझ पाया।
आखिरकार क्या है इस किताब में? आखिर क्यों इस किताब (Book) को दुनिया के सबसे रहस्यमयी किताबों में से एक माना जाता है? आज हमलोग को इस अनसुलझी रहस्यमयी किताब Voynich Manuscript के बारे में थोड़ी बहुत बातें कर लें।
रहस्यमयी किताब- एक ऐसी किताब जिसे आज तक कोई नही पढ़ सका - anokhagyan.in
15वीं शताब्दी में एक ऐसी रहस्यमयी लिपि (Mysterious script) लिखा गया था जिसे 240 Page (पन्ने) की एक किताब में संकलित (Compiled) भी किया गया था। और इस किताब को आज हमलोग Voynich Manuscript (वॉयनिक पाण्डुलिपि) के नाम से जानते है।
इस Voynich Manuscript (वॉयनिक पाण्डुलिपि) में ऐसी भाषा में कुछ लिखा गया है जिसे आज तक कोई समझ नहीं पाया। Voynich Manuscript में बहुत सारे पेंड़-पौधें के चित्र (Picture) भी दिये गए है। लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि उन पेंड़-पौधें में से कुछ पेंड़-पौधें के चित्र ऐसे भी है जो धरती के किसी भी पेंड़-पौधें से मेल नहीं खाते।
इस किताब को पढ़ने और समझने के लिए कई सारे प्रोफेशनल क्रिप्टोग्राफर्स, यहाँ तक की अमेरिकन और ब्रिटिश कोड ब्रेकर्स (code breaker’s) भी वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट को पढ़ने और समझने की पूरी कोशिश की, लेकिन वो भी इसे समझ नही पाये। इसीलिये इस किताब “वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट” को दुनिया का सबसे रहस्यमयी किताब माना जाता है।
Carbondating (कार्बनडेटिंग) के द्वारा यह पता लगाया गया कि इस किताब "मैनुस्क्रिप्ट" को वर्ष 1404 से 1438 के मध्य यानि 15वी शताब्दी में लिखा गया और इस मैनुस्क्रिप्ट का नाम इटली के एक Book Dealer (पुस्तक विक्रेता) विलफ्रिड वोयनिच के नाम पर रखा गया, क्योंकी उन्होंने ही इस किताब यानी मैनुस्क्रिप्ट को वर्ष 1912 में ख़रीदा था।
लेकिन इस मैनुस्क्रिप्ट को किसने लिखा है वो अभी तक पता नहीं चल पाया। वैसे तो इस किताब 'मैनुस्क्रिप्ट' में क्या लिखा है, कौन सी भाषा में लिखा है, उसकी सटीक जानकारी किसी के पास नहीं है लेकिन बस अब तक इतना ही पता चल पाया है कि इस किताब यानी मैनुस्क्रिप्ट में लिखा गया कुछ शब्द जर्मन और लैटिन भाषा में है।
आज इस किताब के अंदर 240 पन्ने (Page) है लेकिन पहले इस किताब के अंदर और भी पन्ने हुआ करती थी, लेकिन समय के साथ-साथ बहुत से पन्ने नष्ट हो गए। वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट नामक इस किताब को 6 अलग-अलग हिस्सों (Parts) में बांटा गया है और हर हिस्सें में किसी न किसी विषय (topic) के बारे में बताया गया है।
वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट इस किताब में 6 अलग-अलग हिस्से में अलग-अलग तरह के चित्र (Picture) को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि इस किताब 'वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट' में जीवविज्ञान (Biology), खगोल (Astronomy), ब्रह्माण्ड विज्ञान (Cosmology), दवा (Medicine), हर्बल ज्ञान (Herbal knowledge), व्यंजनों (Recipe’s) के बारे में जानकारी दिया गया है, लेकिन यह अबतक का लगाया गया सिर्फ एक अनुमान है। इसका कोई ठोस प्रमाण (Concrete evidence) अभी तक सामने नहीं आया है।
आप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.