Fresh Article

Type Here to Get Search Results !

400 सालों बाद आज रात घटित होगा ये खगोलीय घटना - anokhagyan.in

0

खगोलीय घटनाओं (Astronomical events) में रूचि रखने वाले लोगों के लिए आज का दिन खास होने वाला है। इस वर्ष की सबसे लंबी रात पर उन्हें लगभग 400 वर्षों में घटित होने वाली खगोलीय घटना का गवाह होने का मौका मिलेगा।

यह खगोलीय घटना तब होगी जब हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (Jupiter) और शनि (Saturn) एक दूसरे के बेहद नजदीक आ जाएंगे। ये खगोलीय घटना पिछली बार महान खगोलविद गैलिलियो काल में साल 1623 में घटित हुई थी। और अगली बार ये घटना 24वीं शताब्दी में होगी।

Veer Bahadur Singh Nakshala के खगोलविद Amar Pal Singh का कहना है कि सूर्यास्त के बाद दक्षिण पश्चिम दिशा में इस खगोलीय घटना को हम अपनी नंगी आंखों से साफ तौर पर देख सकेंगे। यह उस वक़्त होगी जब बृहस्पति और शनि तारों (Stars) की तरह चमकते हुए नजर आएंगे। Science की भाषा में इसे Great collection (ग्रेट कंजक्शन) की संज्ञा दी गई है। कई जगह इसे Christmas star भी कहा जाता है।

खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि सौरमंडल में दो बड़े ग्रहों का नजदीक आना बहुत दुर्लभ (Rare) नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि अपने जीवन काल में दोबारा किसी इंसान या उसकी कई पुश्तों (Generations) को इस घटना को देखने का मौका नहीं मिलने वाला है। अगर मौसम स्थिति अनुकूल रहती है तो ये खगोलीय घटना आसानी से सूर्य अस्त (सूर्यास्त) होने के बाद दुनिया भर से देखे जा सकते हैं।

397 वर्षों बाद फिर करीब आएंगे बृहस्पति और शनि

खगोलविद का कथन है कि इससे पूर्व (पहले)  जुलाई, 1623 में ये दोनों ग्रह (बृहस्पति और शनि) इतने नजदीक आए थे लेकिन सूर्य (Sun) के करीब होने की वजह से उन्हें देख पाना लगभग असंभव था। वहीं, उससे  पूर्व (पहले) मार्च, 1226 में ये दोनों ग्रह नजदीक आए थे और इस घटना को धरती से देखा जा सकता था। इन दोनों घटनाओं के बाद से अब ये पहली बार (First Time) हो रहा है जब यह खगोलीय घटना (Astronomical event) हो रही है और इसे देखा भी जा सकता है।

पृथ्वी से कई करोड़ किलोमीटर दूर होगी यह खगोलीय घटना

खगोलविद का कहना है की इस खगोलीय घटना के दौरान पृथ्वी से शनि गृह (Saturn home) की दूरी 161.94 करोड़ किलोमीटर दूर होगी। वहीं पृथ्वी (Earth) से बृहस्पति (Jupiter) की दूरी 88.63 करोड़ किलोमीटर दूर होगी।


क्यों होता है Great collection?

Vratin Technology के खगोलविद Sachin का कहना है कि सौर मंडल का पांचवां ग्रह बृहस्पति (Jupiter) और छटा ग्रह शनि (Saturn) निरंतर सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं। Jupiter की एक परिक्रमा या घूर्णन लगभग 11.86 वर्ष में हो पाती है तो शनि (Saturn) को लगभग 29.5 वर्ष लग जाते हैं। परिक्रमा समय के इस अंतर के कारण लगभग हर 19.6 वर्ष में ये दोनों ग्रह आकाश में साथ दिखने लगते हैं, जिसे ग्रेट कंजक्शन (Great collection) कहा जाता है।

Post a Comment

0 Comments