बिखरा चक्र हमारे सौरमंडल का एक बाहरी क्षेत्र है। बिखरा चक्र वरुण पार वस्तुओं के बड़े क्षेत्र का एक उपक्षेत्र है।
इस बिखरा चक्र में बहुत से बर्फीले हीन ग्रह है लेकिन यह अधिकतर एक दूसरे से काफी दूर है जिससे यह क्षेत्र बहुत खाली सा है।
ऐसा माना जाता है कि इनमें से कुछ बिखरा चक्र हमारे सौरमंडल के गैस दानव ग्रहों के शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से इस क्षेत्र में फेंके गए हैं।
इनमें से बहुत सी वस्तुएं सूर्य की परिक्रमा(घूर्णन) बड़ी टेढ़ी-मेढ़ी कक्षाओं में कर रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि इन्हें किसी बड़े ग्रह ने अपनी गुरुत्वाकर्षण के थपेड़ों से इन्हें गुलेल की तरह यहां फेंक दिया।
यह वस्तुएं परिक्रमा(घूर्णन) करते हुए कभी तो सूर्य से 35 खगोलीय इकाई की दूरी पर पहुंच जाती हैं और फिर कभी 100 खगोलीय इकाई से भी दूर चले जाती हैं।
* एरिस जो सौरमंडल का सबसे बड़ा बौना ग्रह है बिखरे चक्र की सबसे बड़ी ज्ञात वस्तु भी है।
Bahoot achha
ReplyDeleteआप सब का अनोखा ज्ञान पे बहुत बहुत स्वागत है.