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ये है दुनिया की सबसे खूबसूरत रानी | विश्व की सबसे खूबसूरत रानी की जिंदगी से जुड़े रहस्य

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इतिहास के पन्नों को जब हम पलटते हैं तो कई कई वीर राजा-महाराजाओं के बारे में हमें पता चलता है लेकिन उसके साथ ही कई खूबसूरत और वीरांगना महिलाओं के बारे में भी हमें जानकारी मिलती है। आज के इस लेख में हम जिस राजकुमारी के बारे में आपलोगों को बताने जा रहे हैं उसे विश्व की सबसे सुंदर रानी का खिताब प्राप्त था।

जी हां, मैं यहां मिस्र (Egypt) की राजकुमारी क्लियोपैट्रा की बात कर रहा हूँ। मिस्र की इस राजकुमारी क्लियोपैट्रा को सुंदरता की देवी भी कहा जाता था। मिस्र की ये राजकुमारी क्लियोपैट्रा न केवल खूबसूरत थीं बल्कि वह खूबसूरत के साथ-साथ काफी चतुर और कुशल षड्यंत्रकारी भी थीं। मिस्र की यह राजकुमारी बहुत मेधावी थीं। मिस्र की यह राजकुमारी एक साथ कई भाषाओं का ज्ञान भी था।

★ जीवन विवरण

क्लियोपेट्रा का पूरा नाम क्लियोपेट्रा सप्तम था। क्लियोपेट्रा का जन्म 69 ईसा पूर्व में मिस्र के अलेक्जेंड्रिया में हुआ था। उनके के पिता का नाम प्टोलोमी 12 एलेट्स था तथा माता का नाम क्लियोपेट्रा VI ट्रायफेना था। (जिसे क्लियोपेट्रा वी ट्रायफेना के नाम से भी जाना जाता है)
क्लियोपेट्रा के पिता की मृत्यु उस वक्त हुई जब वह केवल 14 साल की थीं। वसीयत के अनुसार क्लियोपेट्रा और उनके भाई टोलेमी दियोनिसस को संयुक्त रूप से राज्य प्राप्त हुआ। क्लियोपेट्रा के भाई टोलेमी दियोनिसस को यह मंजूर नहीं था।

टोलेमी दियोनिसस पुरुषवादी सोच वाला व्यक्ति था। अपने इसी सोच के चलते अपनी बहन की अधीनता को टोलेमी ने स्वीकार नहीं किया और क्लियोपेट्रा के खिलाफ उनका भाई टोलेमी दियोनिसस विद्रोह कर बैठा। न केवल टोलेमी दियोनिसस बल्कि राज्य के अन्य लोगों को भी क्लियोपेट्रा की अधीनता या अपने ऊपर किसी स्त्री की अधीनता मंजूर नहीं थी।

अपने भाई के विद्रोह करने और राज्य के लोगों द्वारा उनकी अधीनता न मानने के चलते और ऐसे ही सभी कारणों के चलते क्लियोपेट्रा को अपने ही राज्य से भागना पड़ा और भागने के बाद वह सीरिया पहुंच गईं। हालांकि सीरिया पहुंचने तक उनकी हिम्मत रत्ती भर भी कम नहीं हुई।
 

★ जूलियस के साथ रानी क्लियोपेट्रा

मिस्त्र की राजगद्दी को दोबारा हासिल करने की इच्छा अपने अंदर लिए क्लियोपेट्रा ने रोम के शासक जूलियस सीजर को अपने खूबसूरती के रुपजाल में फंसाने की चाल चलीं। क्लियोपेट्रा के इस चाल में जुलियस सीज़र फंस गया। क्लियोपेट्रा द्वारा चली यह चाल कामयाब रही और सीजर ने क्लियोपेट्रा की मदद करने के लिए तुरंत हामी भर दी।

जूलियस सीजर ने मिस्र पर हमला कर दिया और क्लियोपेट्रा के भाई टोलेमी को मारकर क्लियोपेट्रा को मिस्र के राज सिंहासन पर बैठाया। क्लियोपेट्रा के राज सिंहासन के बैठने के कुछ दिनों बाद ही राजपाट में फिर से अनबन की शुरूआत हो गई। अपने राजपाठ में अनबन के चलते क्लियोपेट्रा ने अपने छोटे भाई को जहर देकर मार दिया।

इसके बाद वह रोम में जाकर जुलियस सीजर के साथ रहने लगीं। रोम के लोगों को इन दोनों के बीच का यह संबंध पसंद नहीं आया तो जूलियस सीजर की हत्या करवा दी गई।

जूलियस सीजर की मृत्यु के बाद मिस्र की ये राजकुमारी क्लियोपेट्रा को सीजर के एक सेनानायक एंटनी से प्यार हो गया। इधर रोम के लोगों को मिस्त्र की बढ़ती हुई ताकत परेशानी थी। रोम के लोग किसी भी हालत में मिस्र की ही एक औरत को एंटनी की पत्नी बनते हुए देखना उनलोगों के लिए मुमकिन नहीं था।

फिर से उनके खिलाफ साजिश रची गई। एक बार युद्ध के दौरान एंटनी तक यह झूठी खबर फैला दी गई कि क्लियोपेट्रा अब नहीं रहीं। जबकि यह सच नहीं था। क्लियोपेट्रा की झूठी मौत की खबर को सुनते ही एंटनी के हृदय पर आघात पहुंचा और उसने अपने ही तलवार पर गिरकर अपना जान दे दिया।

जुलियस सीजर के बाद रोम की राजगद्दी ओक्तावियन ने संभाली. ओक्तावियन काफी चतुर व्यक्ति था। उसे अपने रूप के जाल में फंसाना क्लियोपेट्रा के लिए संभव नहीं हुआ।

क्लियोपेट्रा के बारे में ऐसा कहा जात है कि ओक्तावियन ने किसी जहरीले डंक वाले जानवर से क्लियोपेट्रा की हत्या करवा दी। इस तरह से 30 ई. पू. मिस्त्र की राजकुमारी क्लियोपेट्रा इस दुनिया को छोड़कर चली गईं और मिस्त्र पर रोमनों का अधिकार हो गया। हालांकि क्लियोपेट्रा की मृत्यु के विषय में भी तरह-तरह की बातें कही गई हैं, अब वास्तव में  सच क्या है ये दावे के साथ बताया नहीं जा सकता है।
 
मिस्त्र की इस राजकुमारी क्लियोपेट्रा की मृत्यु हुए दो हजार वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन आज भी उनकी जिंदगी से जुड़ी तमाम रहस्यों का खुलासा नहीं हुआ है। विशेषज्ञ आज भी उनके जीवन से जुड़े इन सारे तथ्यों को जानने के लिए प्रयासरत हैं।

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